विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी सांसदों के साथ एक बैठक रद्द कर दी है, क्योंकि उन्होंने भारत की अति आलोचक भारतीय-अमेरिकी प्रतिनिधि प्रमिला जयपाल की बैठक में भागीदारी पर आपत्ति जताई थी। जयपाल ने गुरुवार को ट्वीट किया, “इस बैठक को रद्द करना काफी परेशान करने वाला है। यह केवल इस विचार को रेखांकित करता है कि भारत सरकार किसी भी असहमति वाले विचार को सुनने के लिए तैयार नहीं है।”
टिप्पणी के साथ जयपाल ने वाशिंगटन पोस्ट के एक संवाददाता के एक पोस्ट को रीट्वीट किया, जिसने बैठक के रद्द होने की सूचना दी थी।
जयशंकर विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष इलियट एंगेल, समिति में रिपब्लिकन के नेता माइकल मैक्कॉल और जयपाल (जो समिति की सदस्य नहीं हैं) व अन्य लोगों से मिलकर कश्मीर स्थिति पर चर्चा करने वाले थे।
पोस्ट में कहा गया है कि भारतीय अधिकारियों ने समिति को बताया कि अगर जयपाल को समूह में शामिल किया गया तो जयशंकर उनसे नहीं मिलेंगे।
समाचार पत्र ने जयपाल के हवाले से कहा कि जब एंगेल ने जयपाल को समूह से बाहर करने से इनकार कर दिया, तो जयशंकर ने बैठक रद्द कर दी।
जयपाल ने प्रतिनिधिसभा में एक प्रस्ताव पेश किया, जिसमें भारत से कश्मीर में संचार सेवा बहाल करने और बड़े पैमाने पर लोगों को हिरासत में लेना बंद करने की मांग की गई थी।
उन्होंने अक्टूबर में एशिया और प्रशांत पर सदन की उपसमिति द्वारा आयोजित कश्मीर पर आयोजित एक सुनवाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस की आलोचना की थी।
उन्होंने कहा था कि भारत में धार्मिक अल्पसंख्यक खतरे में हैं और डर रहे हैं।
डेमोक्रेट नेता जयपाल, जो मूल रूप से चेन्नई की रहने वाली हैं, 2016 में सदन के लिए चुनी गई थीं।