स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के एमडी पी. के. गुप्ता ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया से एक बातचीत के दौरान बताया की पूरे बैंकिंग सेक्टर में एसबीआई बैंक अपने द्वारा प्रदान की गयी सेवाओं के लिए सबसे कम शुल्क लेता है। यह शुल्क उनके सेक्टर के सभी बैंकों में से सबसे कम है।
क्या है कारण ?
जब पी. के. गुप्ता से इसका कारण पुछा गया तो उन्होंने बताया की बैंक सबसे कम शुल्क ग्राहकों के हित के लिए रखे गए हैं। यह बैंक एटीएम निकासी तथा नकद जमा समेत विभिन्न बैंकिंग सेवाओं के लिए शुल्क वसूल करता है लेकिन फर्क इतना है की ये सबसे कम शुल्क लेता है।
औसत मासिक बैलेंस पर बयान :
जब उनसे खाते में ग्राहक द्वारा औसत मासिक बैलेंस नहीं बनाए रखने से काटने वाले शुल्क के बारे में पुचा गया तो उन्होंने बताया की देश के हर हिस्से में उत्तम बैंकिंग सेवाएं देने के लिए बैंक ने भारी मात्र में तकनीकी निवेश किया है एवं ऐसा देश में हर जगह सुरक्षित एवं तेज़ बैंकिंग सेवा प्रदान कराने के लिये किया गया है। इनके अलावा, देश भर में एटीएम तथा नकदी प्वाइंट भी बनाये गये हैं। इस तरह से उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को देखते हुए उनकी सहूलियत के लिए भारी निवेश किया गया है.
इतने तकनीकी विकास एवं निवेश के बाद निवेश का कुछ हिस्सा ग्राहकों से वसूल करना तो ज़रूरी होता है ताकि लागत का कुछ हिस्सा तो वसूल हो सके एवं हम ग्राहकों को आगे भी सेवाएं दे सकें। इसे देखते हुए अप्रैल 2017 से औशत मासिक बैलेंस की योजना फिर से लागू कर दी गयी थी।
इसके साथ ही वे ये भी बोले की औसत बैलेंस न रख पाने पर जो शुल्क कटता है वह पिछले कुछ समय में दो बार कम भी किया जा चुका है।
यहाँ तक की 60 प्रतिशत खाताधारकों पर तो यह लागू ही नहीं होता एवं प्राइवेट सेक्टर के बैंकों से यदि तुलना की जाए तो हमारा शुल्क बहुत ही कम होगा।