अगर एसबीआई बैंक में आप का खाता है तो 31 दिसंबर से पहले बैंक अकाउंट को अपने आधार कार्ड से लिंक करा लें। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो 1 जनवरी से आपका खाता बंद किया जा सकता है अथवा इसे आॅपरेट करने में कोई दिक्कत आ सकती है। हांलाकि स्टेट बैंक आॅफ इंडिया पहले ही कह चुका है कि 31 दिसंबर तक बचत खाते को आधार से लिंक नहीं कराने पर इसे बंद कर दिया जाएगा।
आइए जानें, एसबीआई बैंक अकाउंट को आधार से कैसे लिंक कराया जा सकता है…
1- मोबाइल के जरिए
सबसे पहले अपने मोबाइल के मैसेज बॉक्स में जाएं। इसके बाद UID<SPACE>आधार नंबर<SPACE>खाता नंबर टाइप करें। ऐसा करने के बाद अपने रजिस्टर्ड मोबाइल से इस मैसेज को 567676 नंबर पर सेंड कर दें।
मैसेज सेंड करने के कुछ ही देर बाद सूचना मिल जाएगी कि आप के एसबीआई बैंक अकाउंट से आधार कार्ड लिंक हो चुका है। इसके लिए आपका मोबाइल नंबर का आपके बैंक अकाउंट में पंजीकृत होना अनिवार्य है।
2- इंटनरनेट बैंकिंग के जरिए
सबसे पहले एसबीआई कस्टमर को इंटनेट बैंकिंग लॉग-इन करनी होगी। इंटरनेट बैंकिंग लॉग इन करने के बाद आधार कार्ड का आॅप्शन चुनें, क्योंकि सामान्यतौरपर बैंक की वेबसाइट के ठीक उपर कस्टमर्स के लिए आधार का यह विकल्प पहले से ही दिया गया है।
इस आॅप्शन में आधार नंबर की डिटेल एंटर करें। इसके बाद आपका आधार नंबर सबमिट हो जाएगा। जैसे ही आपका आधार नंबर सबमिट होगा, इसकी सूचना मैसेज के जरिए आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या फिर ई-मेल पर प्राप्त हो जाएगी।
बैंक अकाउंटस को आधार से लिंक कराने के फायदे
बैंक अकाउंटस को आधार से लिंक कराने पर सरकार की ओर से संचालित निम्नलिखित जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाया जा सकता है।
डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटीएल)
बैंक खातों को आधार से लिंक कराने के बाद एलपीजी सिलिंडर सब्सिडी की राशि सीधे आपके खाते में जमा की जाती है। बाजार मूल्य और सब्सिडी रेट के बीच का अंतर आपके खाते में जमा कर दिया जाता है।
कमोडिटी उत्पादों के लिए सब्सिडी
विभिन्न कमोडिटी उत्पादों जैसे किरोसिन, चीनी, चावल, दालों सहित अन्य कई सामानों पर भी सब्सिडी दी जाती है। ऐसे में खाते के आधार से लिंक होने की स्थिति में यह सब्सिडी मूल्य सीधे उपभोक्ता के अकाउंट में भेजी जाती है।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा)
इस योजना के तहत मिलने वाली मजदूरी सीधे श्रमिकों के बैंक खाते में जमा की जाती है। लेकिन इसके लिए बैंक खाते का आधार से लिंक होना अनिर्वाय होता है।
जनजातीय कल्याण योजनाएं
भारत सरकार की ओर से विभिन्न जनजातियों के विकास के लिए जो कल्याणकारी योजनाएं चलाई जाती हैं, इन सभी योजनाओं का भुगतान भी आधार से लिंक किए गए खाते में ही जमा किए जाते हैं।
छात्रवृत्ति
जो छात्र छात्रवृत्ति प्राप्त करते हैं, वे इस पैसे को तब ही प्राप्त कर सकते हैं जब उनका मौजूदा बैंक खाता आधार नंबर से जुड़ा होता है।