एसबीआई पेंशनरों के लिए ये खुश खबरी लेकर आया है। एसबीआई ने अपने साथ जुड़े पेंशनरों को एसबीआई की किसी भी ब्रांच से पैसे निकाल सकने की सुविधा पेश की है।
इसी के साथ एसबीआई ने 30 नवंबर 2018 के पहले पेंशन पर लोन लेने पर प्रोसेसिंग फीस को भी हटा दिया है। इसके तहत अब जो भी पेंशनर अपनी पेंशन के एवज में लोन लेना चाहते हैं, उन्हे 30 नवंबर के पहले लोन लेने पर किसी भी तरह की प्रोसेसिंग फीस नहीं देनी होगी।
क्या है एसबीआई की पेंशन ऋण योजना?
एसबीआई केंद्र, राज्य व रक्षा विभाग से संबन्धित पेंशनरों को लोन की सुविधा उपलब्ध करती है। हालाँकि इसके लिए पेंशनर की उम्र 76 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
इसी के साथ एसबीआई फैमिली पेंशनर को भी लोन उपलब्ध करती है। मालूम हो कि फेमिली पेंशनर मुख्य पेंशनर के आश्रित होते हैं। इन्हे मुख्य पेंशनर की मृत्यु के बाद ही पेंशन उपलब्ध कराई जाती है।
योग्यता-
एसबीआई की पेंशन ऋण योजना के तहत पेंशनर की उम्र का 76 साल से कम होना अनिवार्य है। हालाँकि लोन लेने के के लिए बाकी प्रक्रियाएं आम ऋण जैसी ही होती हैं।
इस ऋण योजना के तहत मिलने वाली राशि निम्नवत है-
राज्य/ केंद्र कर्मचारियों के लिए-
इस योजना के तहत न्यूनतम लोन की राशि 25 हज़ार होती है, जबकि अधिकतम राशि 18 माह की पेंशन के बराबर या उससे कम होती है।
रक्षा कर्मचारियों के लिए-
वहीं रक्षा विभाग के कर्मचारियों के लिए न्यूनतम लोन की राशि 25 हज़ार होती है, जबकि अधिकतम लोन की सीमा 14 लाख रुपये हैं।
फैमिली पेंशनरों के लिए-
इसी तरह से फैमिली पेंशनर के लिए भी न्यूनतम लोन की राशि 25 हज़ार है, जबकि अधिकतम लोन की राशि 18 महीनों की कुल पेंशन के बराबर या उससे कम है।
क्या है ऋण चुकाने का तरीका-
इस लोन के तहत पेंशनर को ईएमआई के जरिये ऋण चुकाना होता है। बैंक इस लोन के लिए पेंशनर से प्रोसेसिंग चार्ज लेती है, हालाँकि रक्षा विभाग के पेंशनरों को यह चार्ज नहीं देना होता है।
समय से पहले पूर्ण भुगतान करने पर-
समय से पहले भुगतान करने पर बैंक 3 प्रतिशत का अतिरिक्त चार्ज लेती है, जबकि एक लोन चुकाने के ठीक बाद दूसरा लोन लेने पर बैंक कोई प्रीपेमेंट चार्ज नहीं लेती है।