सिटी कोर्ट के सामने चार्जशीट फाइल करते हुए स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम(एसआईटी) ने एक चौकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने लिखा है कि पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या “सनातन संस्था” के लोगो ने की है। 9235 पन्नो की इस चार्जशीट में उन्होंने ये भी लिखा है कि इस हत्या की साजिश को रचने में पूरे 5 साल का वक़्त लगा।
स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर एस बालन ने पीटीआई को बताया- “हत्यारे और मरने वाले में आपस में कोई दुश्मनी नहीं थी। फिर क्यों इन्हे इस हत्या का शिकार होना पड़ा? सिर्फ इसलिए कि वे किसी विचारधारा का समर्थन करती थी और इसके बारे में लिखती थी और बोलती थी। तो ये भी एक विचारधारा होगी और ये भी एक आर्गेनाईजेशन होगा।”
इस केस की पहली चार्जशीट इस साल मई में फाइल की गयी थी। एसआईटी ने इस केस में आगे तहकीकात करने की मोहलत मांगी है।
आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि गौरी लंकेश, जो अपने हिन्दू-विरोधी विचारो के लिए जानी जाती थी, उन्हें पिछले साल 5 सितम्बर को उनके घर के बाहर गोली मार दी गयी थी।
इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। इसके तुरंत बाद, सिद्दरमैय्यह सरकार ने एक स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम का गठन कर इस केस को जांचने का आदेश दिया था।
इस हत्या में अबतक 18 लोगो पर आरोप लग चुका है। इसमें जिन जिन लोगो का नाम आया है वो हैं शूटर परशुराम वाघमरे, मास्टरमाइंड अमोल काले, सुजीत कुमार और अमित देगवेकर।
इस गैंग के ऊपर इससे पहले एमएम कालबुर्गी, नरेंद्र दाबोलकर औऱ गोविंद पंसारे को मारने का भी इल्जाम हैं।