चीन ने गुरूवार को बताया की टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क को चीन में स्थिर निवास करने के लिए ग्रीन कार्ड का प्रस्ताव दिया गया है। उनके अनुसार यह सौभाग्य बहुत ही कम लोगों को दिया जाता है। जिन लोगों को यह मिलता है उनमे कई नोबेल पुरस्कार विजेता और एक पूर्व एनबीए स्टार शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार एलोन मस्क चीन में टेस्ला कंपनी के ऐसे पहले कारखाने का स्थापन करने गए थे जोकि दुसरे देश में स्थित है। इससे टेस्ला अपनी गाड़ियों को सीधे दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक गाड़ियों के बाज़ार में बेच पाएगी।
चीन के प्रीमियर से की बातचीत :
Elon Musk: "I really love China, I'm willing to visit here more often."
Chinese premier Li Keqiang: "If this is what you truly have in mind, we can give you a 'Chinese green card'." https://t.co/WjLcr0jhIP pic.twitter.com/QIPJITVkMW
— Anna Fifield (@annafifield) January 11, 2019
स्टेट काउंसिल ने बताया की हाई-प्रोफाइल एंटरप्रेन्योर ने बुधवार को बीजिंग में प्रीमियर ली केकियांग से मुलाकात की, जहां उन्होंने टेस्ला की चीन महत्वाकांक्षाओं पर चर्चा की।
मस्क ने ली केक्यांग से चीन में उनके दिलचस्पी की बात की एवं कहा की वे यहां बार बार आना पसंद करते हैं।
यह सुनकर ली केकियांग ने उन्हें चीन में ही स्थिर निवास के लिए ग्रीन कार्ड देने का प्रस्ताव रखा। लेकिन इस पर एलोन मस्क ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
चीन का बाज़ार है लक्षय :
टेस्ला ने चीन में $ 2 बिलियन के कारखाने को खोलकर एक दांव लगाया है। ऐसा करके यह इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी दुनिया के सबसे बड़े ऑटो बाज़ार में अपनी उपस्थिति दर्ज करने को तैयार है। उसने यह क्योंकि हाल ही में उसे घरेलू प्रतिद्वंद्वियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है और इसकी बिक्री अमेरिकी आयातों की बढ़ी हुई दरों से प्रभावित हुई है।
टेस्ला ने बताय की वह अपने नए कारखाने में 2019 से अपनी मॉडल 3 मास-मार्केट कार का उत्पादन करना चाहती है। शंघाई सरकार ने एक बयान में कहा कि उसके मेयर यिंग योंग ने फर्म से कारखाने में काम में तेजी लाने का आग्रह किया है और कहा है कि उत्पादन पिछले साल दिसंबर में भूमि की यात्रा के दौरान 2019 की दूसरी छमाही में कुछ हद तक शुरू होगा।