सरकार एलपीजी या घरेलू गैस के दामों में एक बार फिर से बढ़ोतरी की है। इससे पहले भी सरकार ने इसी साल जून में भी एलपीजी सिलेन्डर के दामों में बढ़ोतरी की थी।
दामों में हुई इस बढ़ोतरी के साथ ही अब राजधानी दिल्ली में सब्सिडी वाले गैस सिलेन्डर के दाम में 2.94 रुपये प्रति सिलेन्डर व गैर सब्सिडी वाले गैस सिलेन्डर में 60 रुपये प्रति सिलेन्डर की बढ़ोतरी की गयी है।
इसके लिए इंडियन ऑइल कार्पोरेशन ने अपनी एक बयान में कहा है कि घरेलू गैस की कीमतों में हुई बढ़ोतरी दिल्ली में नवंबर से लागू होगी।
इंडियन ऑइल कार्पोरेशन देश की सबसे बड़ी ईंधन विक्रेता कंपनी है। इसी के साथ इंडियन ऑइल कार्पोरेशन ‘इंडेन’ ब्रांड के तहत एलपीजी गैस भी बेंचती है।
इसी के साथ इडियन ऑइल कार्पोरेशन ने बताया है कि एलपीजी कीमतों में हुई बढ़त का मुख्य कारण अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में ईंधन के दामों में वृद्धि व रुपये में आई बड़ी गिरावट है।
इसी के साथ नवंबर महीने में एलपीजी ग्राहकों को सब्सिडी वाले गैस सिलेन्डर के लिए 505.34 रुपये प्रति सिलेन्डर व गैर सब्सिडी वाले गैस सिलेन्डर 939 रुपये प्रति लीटर के दाम पर मिलेंगे।
वहीं इंडियन ऑइल ने बताया है कि ग्राहकों के खाते में भेजी जाने वाली सब्सिडी भी इसी के साथ 376.60 रुपये से बढ़ कर 433.66 रुपये प्रति सिलेन्डर पर पहुँच गयी है।
मालूम हो कि सरकार ने एक ग्राहक के लिए एक साथ के भीतर 12 एलपीजी सिलेन्डर पर ही सब्सिडी के तहत छूट दी है। इसके बाद ग्राहक को बाज़ार भाव में ही एलपीजी सिलेन्डर मिल पाएगा।
ऐसे में उन लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ रही है, जिन्होनें साल 2015 में सरकार के कहने पर गैस सब्सिडी छोड़ दी थी। सिर्फ एक साल में लगभग 1 करोड़ लोगों नें सब्सिडी छोड़ दी थी।
जाहिर है ईंधन की बढ़ती कीमतें सरकार के लिए सिरदर्द बनती जा रही है। सरकार को लोगों द्वारा सब्सिडी त्यागने से जितनी कमाई हुई थी, वह सब पैसा कीमतें बढ़ने की वजह से खत्म हो गया है।
इसके अलावा सरकार द्वारा जाहिर उज्ज्वला योजना भी सरकार के लिए महंगी प्रतीत हो रही है।