मुंबई, 5 जुलाई (आईएएनएस)| सरकार द्वारा कीमती धातुओं पर आयात शुल्क में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद शुक्रवार को घरेलू बाजार में सोने के भाव में जबरदस्त तेजी आई। एमसीएक्स पर सोने का भाव 35,100 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला, जोकि अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। घरेलू वायदा बाजार में चांदी में भी जोरदार तेजी देखी गई। इससे पहले 28 अगस्त 2013 को एमसीएक्स पर सोने का भाव 35,074 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वाधिक ऊंचे स्तर को छुआ था।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट लोकसभा में पेश करते हुए कीमती धातुओं पर सीमा शुल्क बढ़ाकर 12.5 फीसदी करने की घोषणा की। इससे पहले सोने पर सीमा शुल्क 10 फीसदी था।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर अगस्त एक्सपायरी सोने के अनुबंध में अपराह्न् 16.58 बजे पिछले सत्र के मुकाबले 669 रुपये यानी 1.96 फीसदी की तेजी के साथ 34,886 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सबसे सक्रिय अगस्त अनुबंध में सोने का भाव 35,100 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला, जोकि अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
एमसीएक्स पर चांदी के सितंबर एक्सपायरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 626 रुपये यानी 1.66 फीसदी की तेजी के साथ 38,403 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार चल रहा था। इससे पहले चांदी का भाव 38,940 रुपये प्रति किलो तक उछला।
हालांकि अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने और चांदी में नरमी बनी हुई थी। कॉमेक्स पर सोने के अगस्त अनुबंध में 0.33 फीसदी की कमजोरी के साथ 1,416.25 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था। चांदी के सितंबर अनुबंध में 0.44 फीसदी की नरमी के साथ 15.268 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था।
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया ने आईएएनएस से कहा कि आयात शुल्क में बढ़ोतरी से सोने की घरेलू मांग पर कोई खास असर नहीं होगा। देश में गहनों की मांग के साथ-साथ निवेश मांग भी हाल के दिनों में बढ़ी है।
भूराजनीतिक तनाव के कारण सुरक्षित निवेश के प्रति निवेशकों का रुझान लगातार बना हुआ है। लिहाजा, पीली धातुओं की कीमतों में आगे मजबूती रह सकती है। उन्होंने कहा कि अगले एक महीने में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 1,480 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है और एमसीएक्स पर सोने का भाव 36,200 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कारोबारी सोने पर आयात शुल्क कम करने की मांग कर रहे थे, मगर बढ़ते चालू खाते के घाटे के मद्देनजर इस बात की पहले से ही संभावना कम थी। उन्होंने कहा, “इस बात की संभावना पहले से ही बनी हुई थी कि सरकार सोने के आयात कम करने के मद्देनजर सीमा शुल्क में बढ़ाने पर विचार कर सकती है।”