कोरोना वायरस महामारी के कारण प्रतिबंध के चलते डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने आज सुबह चेन्नई के राजभवन में एक साधारण से समारोह में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित द्वारा अपने मंत्रिमंडल के 33 सदस्यों के साथ तमिलनाडु के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
शपथ ग्रहण समारोह में उनकी पत्नी के साथ उनके बेटे उधयनिधि, जिन्होंने इस साल अपनी राजनीतिक जिंदगी की शुरुआत कर दी है भी दिखाई दिए। समारोह में स्टालिन के लोकसभा सांसद कनिमोझी और पोल रणनीतिकार प्रशांत किशोर, जिन्होंने डीएमके की चुनावी जीत में अहम भूमिका निभाई, भी उपस्थित थे।
एमके स्टालिन को गृह मंत्री के रूप में भी शपथ दिलाई गई और वे अन्य विभागों को भी संभालेंगे, जिनमें प्रशासनिक और पुलिस सेवाएं, विशेष कार्यक्रम और विभिन्न विकलांग व्यक्तियों का कल्याण योजनाएं शामिल हैं। यह स्टालिन का मुख्यमंत्री के तौर पर पहला कार्यकाल होगा। 69 साल की उम्र में, वह तमिलनाडु के सबसे उम्रदराज मुख्यमंत्री बने हैं। उनके पिता, पार्टी के दिग्गज एम करुणानिधि, ने पांच बार पद संभाला था । एमके स्टालिन सात बार विधायक और दो बार चेन्नई के मेयर के रूप में चुने गए थे, आज यह मुख्यमंत्री का पद उनके लगभग 10 साल के इंतजार और मेहनत का नतीजा है।
प्रधानमंत्री ने भी उन्हें बधाई दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर एमके स्टालिन को बधाई दी और लिखा “तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण पर थिरु एमके स्टालिन को बधाई।” – नरेंद्र मोदी
स्टालिन ने राज्य में गंभीर कोरोना वायरस महामारी की लहर के बीच कार्यभार संभाला है। आज सुबह पिछले 24 घंटों में लगभग 25,000 नए कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आए। सुश्री कनिमोझी ने अपने भाई की क्षमताओं पर विश्वास व्यक्त किया, और कहा कि उनके पास कोविड-19 वायरस की रोकथाम के लिए एक स्पष्ट योजना है और इस महामारी से लड़ना उनकी पहली प्राथमिकता होगी।
वित्त विभाग का महत्वपूर्ण पद – पलानी वेल त्यागराजन को दिया गया है, जो संयुक्त राज्य में काम करने वाले एक पूर्व बैंकर हैं। यह एक महत्वपूर्ण नियुक्ति है क्योंकि अभियान के दौरान स्टालिन ने गरीब परिवारों के लिए भोजन राहत में 4000 रुपए, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा और हर साल दस लाख नौकरियां देने का वादा किया था।
स्वास्थ्य विभाग जो अब चिकित्सा और परिवार कल्याण बन चुका है और कोविड की लहर के बीच यह पद पहली बार बने मंत्री एम ए सुब्रमण्यन को दिया गया है। जो चेन्नई के पूर्व मेयर भी रह चुके हैं। एस रघुपति को कानून विभाग संभालने को दिया गया है और एस मुथुसामी को आवास और शहरी विकास मंत्री बनाया है।