अभी तक भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को झारखंड के लिए रणजी ट्रॉफी में खेलना चाहिए लेकर बहुत बाते हुई है, जिससे की वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जनवरी में आने वाली वनडे सीरीज में फिट नजर आएंगे। लेकिन झारखंड के कोच राजीव कुमार का मानना है कि अगर धोनी यह चार दिनो का खेल खेलते है तो, इसका मतलब यह होगा की वह सीधे-सीधे एक युवां खिलाड़ी टीम में जगह ले रहे है।
हिंदस्तान से बात करते हुए, राजीव ने कहा कि मैं यह सही तरीके से समझ सकता हू कि धोनी क्यो 4 दिवसीय खेल से दूर रहना पसंद करते है जब वह राष्ट्रीय ड्यूटी पर नही है तो। वास्तव में कोच ने धोनी की इस तथ्य की बहुत सराहना कि है और कहा कि एमएसडी प्रशिक्षण सत्र में भाग लेते है और जब रांची में होते है तो वह युवाओं से बात करते है और उनको इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
उन्होने कहा ” हां इस बारे में बात की गई है, लेकिन हमें यह समझना भी जरूरी है कि अगर वह टीम में शामिल होते हैं तो टीम में एक युवा खिलाड़ी की जगह कम हो जाती है। क्या तुम चाहते हो एमएस ऐसा करे? साथ ही, आपको यह समझना होगा की टीम के युवाओं को हर मौका मिलना चाहिए औऱ धोनी का 4 दिवसीय मैच खेलना सही नही है, लेकिन वह जब रांची में होते है तो हमेशा अभ्यास सत्र में आते है और युवा खिलाड़ियो की मदद करते है। इससे बच्चो के लिए यह बड़ी बात है कि उन्हे धोनी के साथ टाईम बिताने का मौका मिल जाता है, इससे वह अपना नजरिया और सोच बदल सकते है।
झारखंड की टीम इस समय ग्रुप-सी में 3 जीत, एक हार और 2 ड्रॉ के साथ अंक तालिका में तीसरे स्थान पर है। वही राजस्थान की टीम के 6 मैचो में 34 अंक है, उत्तर-प्रदेश के छह मैचो में 25 अंक है, तो वही झारखंड की टीम के भी सामान्य मैचो में 25 अंक है।
इससे पहले भारत के पूर्व बल्लेबाज सुनिल गावस्कर ने “बीसीसीआई के ऊपर सवाल उठाए थे कि धोनी और कुछ राष्ट्रीय खिलाड़ियो को घरेलू क्रिकेट क्यो नही खिलाया जा रहा है,जबकि इंग्लैंड में विश्वकप के लिए सिर्फ 6 महीने बाकि है।”