इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (एफआईएच) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने भारतीय हॉकी टीम के कोच हरेंद्र सिंह कि उस बात पर आलोचना की जिसमें हरेंद्र सिंह ने क्वार्टरफाइनल मुकाबले में नीदरलैंड से मिली हार का कारण खराब अंपायरिंग को बताया था। इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (एफआईएच) ने नीदरलैंड के खिलाफ मिली 2-1 से हार के बाद स्ट्राइकर आकाशदीप सिंह को भी उनकी भाषा और इशारा जो गंभीर रुप से अश्लील था, उसको देखते हुए दो मैचो के लिए बैन किया है।
“”बत्रा ने कहा मुझे एफआईएच अध्यक्ष के रूप में कुछ प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। इस तरह के व्यवहार पर मेरे पास कुछ विचार हैं …जो बहुत मजबूत है…। एक खेल खेला जाना चाहिए और उसका सम्मान किया जाना चाहिए। 17 तारीख के बाद मैं नई दिल्ली में रहूंगा और मैं इस मामले पर एनओसी अध्यक्ष के रूप में बात करुंगा, बत्रा इस समय भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष भी हैं।
हरेंद्र सिंह ने क्वार्टरफाइनल में नीदरलैंड से मिली हार के बाद कहा था कि ” अगर अंपायर अपने निर्णयों पर सुधार नही करेंगे तो, हमें आगे भी इसी प्रकार के परिणामों का सामना करना पड़ेगा।”
एफआईएच के सीईओ थिएरी वील ने भी हरेंद्र सिंह की टिप्पणियों की आलोचना की और कहा ” अगर वह अंपायरो के फैसले के ऊपर सवाल उठाते है तो यह स्वीकार्य नही है। हम किसी भी चीज की समीक्षा नही करते लेकिन, लेकिन हम अंपायरो के खिलाफ शिकायत की समीक्षा करेंगे। यह एफआईएच के लिए स्वीकार्य नहीं है, सम्मान का एक स्तर होना चाहिए। यदि आप हार जाते हैं, तो आपको इसे स्वीकार करना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए।”
हरेंद्र सिंह इसी साल भारतीय हॉकी टीम के कोच बने थे, इससे पहले भारतीय हॉकी टीम के कोच सॉजेर्ड मारिजने थे जिनके कार्यकाल में टीम को राष्ट्रमंडल खेलो में हार मिली थी, राष्ट्रमंडल खेलो के बाद हरेंद्र सिंह का टीम का नया कोच चुना गया था। नीदरलैंड से मिली हार के बाद यह हरेंद्र सिंह की टीम की यह इस साल के दूसरे बड़े टूर्नामेंट की हार है। भारतीय हॉकी टीम इस साल जीते एशियाई खेल के खिताब को डिफेंड नही कर पायी।