Sat. Nov 23rd, 2024
    भारत अमेरिका

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अगले हफ्ते फिलीपीन्स में होने वाली 21 सदस्यीय एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) सम्मेलन में शिरकत करेंगे। इस दौरान संभावना जताई जा रही है कि एपेक में भारत की सदस्यता पर ट्रम्प की तरफ से कोशिश की जाएगी।

    एपेक में ट्रम्प भारत की सदस्यता पर जोर देंगे। एपेक सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शिरकत करेंगे। जहां पर ट्रम्प व मोदी के बीच में मुलाकात होगी। विशेषज्ञों के मुताबिक ट्रम्प व मोदी का रिश्ता काफी मजबूत है।

    ऐसे में वे एपेक सम्मेलन के दौरान भारत की सदस्यता पर चर्चा करेंगे। भारत की एपेक में हिस्सेदारी के लिए अमेरिका जोरदार पेशकश कर सकता है। ट्रम्प प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री मोदी सरकार का समर्थन करने से भारत की अर्थव्यवस्था को फायदा मिलेगा। साथ ही चीन के प्रति इसके संबंधों को बेहतर दिशा प्रदान करेगा।

    एपेक में भारत की सदस्‍यता पर अमेरिका का समर्थन

    एपेक में भारत की सदस्‍यता के अलावा ट्रम्प प्रशासन मालाबार नौसेना अभ्‍यासों को आस्‍ट्रेलिया तक बढ़ावा देना चाहती है जिसमें अभी भारत, जापान और अमेरिका है। ट्रम्प प्रशासन की ओर से भारत को और अधिक रक्षा संबंध की पेशकश की जानी है।

    पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान मनीला में भारत-जापान-अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया की एक बैठक होने की उम्मीद है। अमेरिका, चीन को एक राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और संभावित सैन्य खतरे के रूप में देखता है। वहीं अमेरिका का भारत के प्रति रूख काफी स्पष्ट व दोस्ताना है। भारत व अमेरिका के बीच में वर्तमान में काफी मजबूत संबंध है।

    अमेरिका भारत-प्रशांत क्षेत्र के बारे में बात करता है। हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प ने वियतनाम से भारत मे हो रहे तेजी से विकास के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी तारीफ की है। ट्रम्प ने कहा कि भारत विश्व का सबसे मजबूत लोकतंत्र वाला देश है।

    जब से भारत ने वैश्वीकरण का रास्ता अपनाया है तब से ही भारत में रह रहे मध्यवर्गीय लोगों के लिए अपार अवसर पैदा हुए है। मनीला में होने वाले एपेक में ट्रम्प व मोदी की मुलाकात काफी शानदार होने की उम्मीद है।