गृहमंत्री राजनाथ सिंह के अनुसार कश्मीर में राष्ट्रिय जांच एजेंसी (एनआईए) की वजह से पत्थरबाजी के मामलों में कमी आयी है। सिंह के अनुसार पिछले तीन सालों में नक्सलवाद, आतंकवाद और अतिवाद के मामलों में काफी गिरावट देखने को मिली है।
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘जम्मू और कश्मीर में एनआईए के होने से पत्थरबाजी के मामलों में कमी देखने को मिली है। हमने भारत की सुरक्षा के लिए प्रण किया है और इसके लिए सख्त कदम उठाये जाएंगे। हम हर तरह की चुनौती के लिए तैयार हैं, और यह देखा जा सकता है कि किस तरह पिछले तीन सालों में देश में नक्सलवाद, आतंकवाद और अतिवाद के मामलों में गिरावट देखने को मिली है।’
राजनाथ सिंह इन दिनों लखनऊ के दौरे पर है जहाँ उन्होंने कल एनआईए के ऑफिस का उद्घाटन किया। इस दौरान सिंह ने अपने भाषण में कहा, ‘हम नक्सलवाद, आतंकवाद और अतिवाद पर विजय जरूर पाएंगे। पिछले तीन सालों में देश के उत्तर-पूर्वी इलाकों में अतिवाद की घटनाओं में 75 फीसदी की कमी आयी है, और नक्सलवाद के मामले करीबन 40 फीसदी तक कम हो गए हैं।’
आतंकवाद पर जोर देते हुए सिंह ने कहा कि, ‘अगर हम जाली नोटों के कारोबार पर रोक लगा दें तो यह आतंकवाद को रोकने में एक बड़ा कदम होगा। देश में एनआईए बहुत अच्छा काम कर रही है। एनआईए के नाम से आतंकवादी कांपते हैं।’
इस मौके पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। योगी के अनुसार हर 6 महीने में एनआईए और राज्य संगठनों में मीटिंग होनी चाहिए। इसपर राजनाथ सिंह ने कहा कि इसे सफल बनाने के लिए काफी प्रयासों की जरूरत है।