राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को दो आईएसआईएस संदिग्धों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। संदिग्धों को आईएसआईएस केरल-तमिलनाडु मॉड्यूल मामले में एंजेसी द्वारा गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली में एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवाद-रोधी जांच एजेंसी ने मोहम्मद अजरुद्दीन और शेख हिदायतुल्ला के खिलाफ एर्नाकुलम की एक विशेष एनआईए अदालत में आईपीसी की कई धाराओं और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोप पत्र दायर किया है।
एनआईए के अनुसार, अजरुद्दीन इस्लामिक स्टेट समूह के तमिलनाडु मॉड्यूल का मास्टरमाइंड था और उसे इसी साल 12 जून को कोयंबटूर से गिरफ्तार किया गया था।
एनआईए ने दोनों आरोपियों को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया था। एनआईए अधिकारियों के अनुसार, अजरुद्दीन श्रीलंका में हाल ही में हुए बम विस्फोटों के पीछे कथित मास्टरमाइंड जहरान हाशिम का फेसबुक मित्र था। उस हमले में 250 से अधिक लोग मारे गए थे।
आरोपियों और उनके सहयोगियों ने केरल और तमिलनाडु में युवाओं की भर्ती करने के इरादे से सोशल मीडिया पर आतंकवादी संगठन आईएसआईएस/दाइश की विचारधारा का प्रचार किया था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इसी जानकारी के आधार पर इस साल 30 मई को तमिलनाडु के कोयंबटूर में छह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
प्रवक्ता ने कहा कि जांच के दौरान यह पता चला कि अजरुद्दीन और हिदायतुल्ला 2017 से हिंसक चरमपंथी विचारधारा का प्रचार कर रहे थे।
एनआईए अधिकारियों के अनुसार, अजरुद्दीन मॉड्यूल का नेता था और उसने ‘खिलाफाजीएफएक्स’ नाम का एक फेसबुक पेज बना रखा था, जिसके जरिए वह आईएसआईएस/दाइश की विचारधारा का प्रचार करता रहा था। आरोपियों ने आईएसआईएस/दाइश के समर्थन में कई गुप्त कक्षाएं भी आयोजित की थी।