तेलंगाना के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एटाला राजेंद्र और कुछ अन्य स्थानीय नेताओं ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) से इस्तीफा दे दिया है। एटेला राजेंद्र ने कहा कि पार्टी में लोकतांत्रिक प्रक्रिया खत्म हो चुकी है, इसलिए आज 19 साल पार्टी में काम करने के बाद वह इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह भविष्य में विधायक पद भी छोड़ देंगे।
हाल ही में एटाला राजेंद्र के परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाली फर्मों द्वारा सौंपी गई जमीनों पर कब्जा करने की शिकायतों के बाद उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि मुझपर लगाए गए आरोप गलत है। मेरी मांग और निवेदन है कि सीबीआई से जांच करा ली जाए। अगर कुछ भी गलत होगा तो जो भी सजा मिलेगी मैं उसके लिए तैयार हूं।
वहीं दूसरी ओर यह भी बातें चल रही हैं कि शायद वह भाजपा में शामिल होने वाले हैं। भाजपा में शामिल होने की खबरों पर एटाला राजेंद्र ने कहा कि वह इस मुद्दे पर चर्चा करके ही कोई निर्णय लेंगे। एटाला राजेंद्र भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ संपर्क में हैं और खबरों के अनुसार उन्होंने भगवा दल के शीर्ष नेताओं के साथ राष्ट्रीय राजधानी में मुलाकात भी की है।
“पार्टी की सदस्यता के अलावा, जैसा कि मैंने पहले कहा था कि आपको यानी तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को मुझे हटाने की कोई जरूरत नहीं है। मैं खुद ही हार मान रहा हूं और अपना विधायक पद छोड़ रहा हूं” – एटाला राजेंद्र ने अपना इस्तीफा देते हुए कहा
राजेंद्र उन कुछ वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं, जो दो दशक पहले पार्टी के गठन के बाद से ही तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) में है। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्रिमंडल में कोई भी मंत्री स्वतंत्र निर्णय नहीं ले सकता, सब कुछ मुख्यमंत्री के नियंत्रण में है। राजेंद्र ने कहा कि कई नेता सत्ताधारी पार्टी छोड़कर उनके साथ जाने के लिए तैयार हैं।