प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय स्मार्टफोन कम्पनी एचटीसी ने भारतीय बाजार से अपना बोरिया-बिस्तर समेटने की तैयारी कर ली है। ज्ञात हो कि कम्पनी के दक्षिण एशिया प्रमुख फैसल सिद्दीकी, सेल्स प्रमुख विजय बालचंद्रन और उत्पाद प्रमुख आर नायर पहले ही इस्तीफा देकर जा चुके हैं। सत्तर-अस्सी कर्मचारियों में से अधिकतर को कम्पनी छोड़ने के निर्देश दे दिए गए हैं।
हलांकि एचटीसी फिर से ऑनलाइन भारतीय स्मार्टफोन बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकती है लेकिन फिलहाल उन्होंने भारत छोड़ने का फैसला लिया है। कम्पनी के एक प्रवक्ता के अनुसार वे “सही समय” पर इस बारे में कोई निर्णय लेंगे। वहीं दूसरी तरफ वितरकों ने एचटीसी पर करोड़ों रूपये बकाया होने का आरोप लगाया है और अदालती करवाई की धमकी भी दी है। ज्ञात हो कि कम्पनी लोकल मैन्युफैक्चरिंग पहले ही बंद कर चुकी है।
हलांकि कम्पनी के कुछ लोग यहां बने रहेंगे जो ताईवान ऑफिस के अंतर्गत काम करेंगे और वर्चुअल रियलिटी डिवाइसेज को ऑनलाइन बेचने पर फोकस करेंगे।
क्या है कारण?
कहा जा रहा है कि एचटीसी ने ये फैसला भारत में अपने उत्पादों कि बिक्री काफी कम होने के कारण लिया है। इस साल के पहले चार महीनों में एचटीसी के सिर्फ 630000 फोन बिके जो पिछले साल के 20 लाख के मुकाबले काफी कम हैं। वहीं सैमसंग और रेडमी जैसी कंपनियां इस अवधि में करोड़ों फोन बेच चुकी है। वीवो और ओप्पो जैसी अन्य चाइनीज कंपनियां भी एचटीसी से काफी आगे निकल चुकी है।
जानें एचटीसी के बारे में
1997 में स्थापित हुई एचटीसी ताइवान कि एक मोबाइल कम्पनी है जो कई देशों में अपने उत्पाद बेचती रही है। साल 2013 में जारी किये गए कम्पनी के बहुतप्रतीक्षित स्मार्टफोन “एचटीसी वन” ने काफी सुर्खियां बटोरी थी।