सोशल मीडिया के विषय पर दिल्ली में एक अनूठी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में सोशल मीडिया के 200 चैंपियनों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला का आयोजन मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय की ओर से किया गया। कार्यशाला में हिस्सा लेने वाले सभी चैंपियन केंद्र सरकार के शैक्षिक संस्थानों से जुड़े हैं।
मंत्रालय के इस आयोजित का शीर्षक ‘सोशल मीडिया की पहुंच एवं संचार’ है। इसका उद्घाटन केंद्रीय एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने किया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया आपस में जुड़ने, बातचीत करने और सहयोग करने का एक शक्तिशाली उपकरण बन गया है।
पोखरियाल ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि आज की दुनिया में ज्ञान और सूचनाओं को साझा करना बहुत महत्वपूर्ण है। यह हर संस्थान का दायित्व है कि विभिन्न मीडिया मंचों के माध्यम से अपने अच्छे काम का प्रचार करें।
उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए सोशल मीडिया एक अच्छा साधन है। अपने संगठनों की ऐसी उपलब्धियों को उजागर करके उनकी छवि को बनाने और बनाए रखने में सोशल मीडिया के धुरंधरों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। यह भूमिका न केवल देश के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक हैं।
मंत्री ने बताया कि आईआईटी, आईआईएसईआर, आईआईएससी आदि में जिस बड़े दायरे और गुणवत्ता के अनुसंधान, नवाचार और नए अध्ययन हो रहे हैं वो दुनिया में कहीं और नहीं देखे जा सकते।
पोखरियाल ने आगे कहा कि सोशल मीडिया के धुरंधर अपने संस्थान के बारे में धारणा को स्थानीय, राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर बेहतर बनाने में मदद करेंगे। क्यूएस रैंकिंग में और अन्य अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में किसी संस्थान के बारे में धारणा के अंक मिलते हैं। भारतीय संस्थान धारणा की वजह से अपनी रैंकिंग खो रहे हैं। सोशल मीडिया के चैंपियन धारणा को बेहतर बनाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य विभिन्न संस्थानों के सोशल मीडिया संचार और उनकी पहुंच को एक स्थान पर लाना और दिन-प्रतिदिन के संचार और संवाद के लिए एक चैनल खोलना है। उन्होंने कहा कि सेवाओं के वितरण में सुधार करके प्रदर्शन को बेहतर करने के एक उपकरण के रूप में इसका उपयोग करें। अपने संगठन की छवि को एक ब्रांड में तब्दील करें।
उन्होंने कहा, “हम यहां पर इन सोशल मीडिया चैंपियनों को अगले स्तर पर ले जा रहे हैं और मुझे विश्वास है कि यह कार्यशाला ऐसा करेगी। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के सर्वश्रेष्ठ सोशल मीडिया चैंपियनों को सम्मानित करने और पुरस्कृत करने का भी वादा किया।”