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एग्जिट पोल, गुजरात

गुजरात विधानसभा चुनाव अब खत्म हो चुका है और अब नतीजों का इन्तजार है। इंडिया टुडे और एक्सिस माई इंडिया के एक्ज़िट पोल ने गुजरात में भारतीय जनता पार्टी की जीत को स्पष्ट कर दिया है। बीजेपी को 99 से 113 सीटें मिल सकती है जबकि कांग्रेस को 22 साल बाद भी सत्ता में वापसी को लेकर एक बड़ा झटका लग सकता है। कांग्रेस को 68 से 80 सीटें मिलने का अनुमान है। कांग्रेस की अनुमानित सीटों में हार्दिक के पाटीदार संगठन, जिग्नेश मेवाणी और भारतीय ट्राइवल पार्टी की सीटें भी शामिल है। इसके अलावा जो अन्य पार्टियां है, उनके खाते में एक से चार सीटें आ सकती है।

अगर देखा जाए तो गुजरात चुनाव में नरेंद्र मोदी ने चुनाव के अंतिम 16 दिनों में मोर्चा संभाला और उसी के मुताबिक एग्जिट पोल सामने आए है। इससे कयास लगाए जा रहे है की क्या यह स्पष्ट हो गया है कि मोदी ब्रांड के कारण ही एग्जिट पोल सामने आए है? जिसको राहुल गाँधी अपने अभियान के तहत चुनौती दे रहे है, लेकिन गुजरात में मोदी ब्रांड को चित करना नामुमकिन दिख रहा है।

कहाँ हुआ बीजेपी को फायदा और कहाँ पिछड़ी कांग्रेस

1. सौराष्ट्र-कच्छ के इलाके में नाराज़गी को बीजेपी ने चुनावी नुकसान नहीं बनने दिया।
2. दक्षिण गुजरात में व्यापारियों की नाराज़गी को कांग्रेस अपना पक्षकार नहीं बना सकी।
3. जातिगत समीकरण का मुद्दा भी कांग्रेस के लिए फेल होते दिख रहा है।
4. पाटीदारों को बड़े पैमाने पर कांग्रेस के साथ लाने में हार्दिक भी सक्षम नहीं दिख रहे है।
5. ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी भी अपना खेमा सँभालने में असमर्थ दिख रहे है।
6. उत्तर और मध्य गुजरात के इलाके में मोदी के आक्रामक कैंपेन से पूरी तस्वीर बदल दी।
7. मणिशंकर अय्यर के नीच वाले बयान को मोदी ने कांग्रेस के लिए नुकसान वाला बना दिया।

गुजरात चुनाव की बात भले ही किसी पार्टी या संगठन के लिए जरुरी हो या ना हो, राहुल गाँधी कंपनी के लिए जरुरी हो या ना हो, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बेहद जरुरी है। गुजरात मोदी का घर होने के साथ साथ राजनैतिक सुरक्षा कवच भी है। इसलिए नरेंद्र मोदी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी।

गुजरात चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी ने 27 नंवबर को चुनावी रैलियों को सम्बोधित करना शुरू कर दिया था। उन्होंने 28 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर 34 जगहों पर रैलियां की। इसके साथ ही मोदी ने गुजरात चुनाव में मणिशकर अय्यर के नीच वाले बयान पर कांग्रेस को पूरी तरह से घेर दिया। उन्होंने अय्यर के उस बयान को गुजरात के अपमान और व्यक्तिगत अपमान से जोड़ कर जनता को अपनी तरफ मोड़ने का काम किया। वहीं मोदी ने प्रचार के अंतिम दिन विरोधी पार्टियों को गुजरार विकास का सी प्लेन दिखाया।

अगर गुजरात चुनाव के एग्जिट पोल सही साबित हुए तो यह साबित हो जायेगा कि मोदी ब्रांड अभी भी गुजरात में चमक रहा है। और यही नहीं, इन नतीजों के बाद और भी मजबूती से उभरेगा।