अभिनेत्री ऋचा चड्ढा पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समय से पहले निधन पर शोक व्यक्त करने वाली सभी संवेदनाओं से खुश नहीं हैं। एक लेखक से बात करते हुए ऋचा कहती हैं, “मुझे लगता है कि लोगों को उनके निधन पर मगरमच्छ के आंसू बहाना बंद करना चाहिए। मैं लोगो को उनकी स्तुति करते देख रही हूँ और उन्ही में से बहुत से लोगों को, उन्हें बिकाऊ दक्षिणपंथी आईटी सेल द्वारा दी गयी गालियों की निंदा करने की शिष्टता नहीं थी।”
विवादास्पद मलयालम अभिनेत्री शकीला पर बनी बायोपिक में जल्द ही दिखाई देने वाली काबिल अभिनेत्री ऋचा ने कहा-“जब वह गई तो उनकी प्रशंसा करना अच्छा है लेकिन जब वह जीवित थी तब आपने उनके अपमान को सहन किया। इंसान जिनमे हिम्मत नहीं होती, वे कीड़े जैसे दिखने लगते हैं, दुबले-पतले, कमजोर, हर जगह रेंगते हुए, कराहते हुए दिखाई देने लगते हैं।”
स्वराज के लिए ऋचा की प्रशंसा उनके गुस्से से चमकती है। उन्होंने आगे कहा-“सुषमाजी ने सभी दुर्व्यवहारों को बहादुरी से रीट्वीट किया। वह उन लोगों के साथ भी मजबूत, सभ्य और शिष्ट थी, जो उनसे असहमत थे। वह एक महिला, एक वरिष्ठ नागरिक और एक कैबिनेट मंत्री थीं, और इस सब ने उन्हें ट्रोलर द्वारा ‘सबक सिखाने’ से नहीं रोका। बस यह दिखाता है कि लोग कितनी नफरत से भरे हैं, कितने पाखंडी है।”
पेशेवर ट्रोलर्स के लिए ऋचा की तीखी फटकार है। उन्होंने कहा-“उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना। सुषमाजी, आप जानती हैं कि कौन आपके साथ खड़ा था और कौन नहीं।”