बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा का कहना है कि जब उन्होंने दिग्गज हॉलीवुड अभिनेत्री मेरिल स्ट्रीप को तीन अलग-अलग फिल्मों के लिए तीन भिन्न भाषाओं को बखूबी बोलते देखा, तो वह उनसे काफी ज्यादा प्रेरित हुईं।
ऋचा ने कहा, “जब मैंने मेरिल स्ट्रीप को ‘सोफीज चॉइस’ के लिए पोलिश में संवाद बोलते हुए, ‘आउट ऑफ अफ्रीका’ के लिए डच में बात करते हुए, ‘डाउट’ के लिए ब्रोंक्स का सटीक उच्चारण करते हुए और ‘आयरन लेडी’ के लिए ब्रिटिश इंग्लिश में बात करते हुए देखा, तो मैं उनसे बेहद प्रेरित हुई।”
मेरिल को तरह-तरह की आवाजों और भाषाओं में काम करना बेहद पसंद है, और ऋचा भी बोलने के लहजे और सटीक उच्चारण पर गहन तरीके से काम करती हैं।
‘फुकरे’ में उन्होंने उस अंदाज में संवाद बोले, जिस अंदाज में दिल्ली में रहने वाले लोग बात करते हैं। इसके बाद ‘गैंग ऑफ वासेपुर’ में उनका लहजा भोजपुरी था, ‘मसान’ में ऋचा के बोलने का ढंग उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों के जैसा रहा, जिसमें हिंदी पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, ‘गोलियों की रासलीला..राम-लीला’ के लिए उन्होंने गुजराती बोला और ‘लव सोनिया’ व ‘अभी तो पार्टी शुरू हुई है’ के लिए उन्होंने बम्बइया शैली में बात की।