भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दो दिवसीय दौरे पर उज़्बेकिस्तान पहुंच गयी है। सुषमा स्वराज पहले भारत-मध्य एशिया संवाद में शरीक होंगी। शनिवार को विदेश मंत्री इस दौरे पर निकली थी।
इस सम्मेलन में युद्ध से जूझ रहे अफगानिस्तान के मसले पर संवाद सर लेकर विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों पर वार्ता होगी। भरतोय विदेश मांयरी सुषमा स्वराज और उज़्बेकिस्तान के विदेश मंत्री अब्दुल अज़ीज़ कामिलोव समरकंद में आयोजित इस बैठक की सह आयोजक होंगे।
भारतीय विदेश मंत्रालय नर कहा कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री भी इस आयोजन में विशेष आमंत्रित सदस्य ने तौर पर हिस्सा लेंगे। किर्गिस्तान, ताजीकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री भी इस समारोह में शरीक होंगे। जबकि कजाकिस्तान के पहले विदेश उप मंत्री भी इस समारोह में शरीक होंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रावीभ कुंअर ने ट्वीट कर बताया कि साझा इतिहास व संस्कृति की नींव रख रहे हैं। विदेश मंत्री सहम स्वराज भारत-मध्य एशिया संवाद के पहले सत्र के लिए विमान में सवार हो चुकी हैं। वह समरकंद पहुंचकर इस समारोह में शरीक होंगी।
उन्होंने कहा कि भारत की विदेश मंत्री उज़्बेकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ इस बैठक की सह आयोजक होंगी। इस समारोह में अन्य आदेश मसलन अफगानिस्तान के विदेह मंत्री भी शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2015 में मध्य एशिया के पांच देशों की यात्रा की थी। इस यात्रा का मकसद भारत का संसाधन युक्त क्षेत्रों से मित्रता को बढ़ाना था। सुषमा स्वराज ने बीते अगस्त में इस इलाके की अंतिम यात्रा की थी।