ऑस्ट्रेलिया के बाए-हाथ के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने भारत के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी के लक्ष्य का पीछा करते हुए बल्लेबाजी के धैर्य की प्रशंसा की। ख्वाजा ने कहा धोनी रन चेज करते वक्त ज्यादातर वक्त सफल रहे है क्योंकि वह दबाव नही झेलते और शांत रहते है।
ख्वाजा की यह टिप्पणी तब सामने आई जब धोनी ने पहले वनडे मैच में केदार जाधव के साथ मिलकर एक मैच विजेता साझेदारी की और भारत ने छह विकेट से हैराबाद वनडे जीता।
धोनी और जाधव ने तब अहम साझेदारी की जब टीम के 99 रन के स्कोर पर 4 विकेट हो गए थे। भारत ने विराट कोहली, रोहित शर्मा और अंबाती रायडू का विकेट जल्द सेशन में गंवा दिया था जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजो को मैच में वापसी करने के लिए गति मिल गई थी।
हालांकि, धोनी और केदार जाधव उसके बाद क्रीज पर आए और पूरे मैच में एक शांत तरीके से बल्लेबाजी करते गुए 141 रन की साझेदारी की। धोनी ने मैच में नाबाद 59 रन की पारी खेली- और यह साल 2019 का उनका चौथा अर्धशतक था। जाधव ने भी मैच में 81 गेंदो में 87 रन की साझेदारी की और भारत को 10 गेंद शेष रहते मैच जितवा दिया।
ख्वाजा ने क्रिकेट.कोम.एयू से बात करते हुए कहा, ” वह (धोनी) बहुत अच्छा खेल दिखाते आए है। उनके पिछले तीन मैच एक दम शांत रहे है और अपनी पारियों को गहराई में ले जाते है। जब उन्हें बाउंड्री की जरूरत होती है। तब वह आसानी से अपनी गति बदलते है, वह सिंगल, सिंगल और फिर बाउंड्री लगा देते है।”
“ऐसा हमेशा नही होता लेकिन जब वह खेलते है ज्यादातर समय ऐसा होता है। वह बहुत अच्छा करते है और उनका अनुभव कमाल है।”
धोनी, जिनका औसत रन चेज में भारत की तरफ से 100 से अधिक रहा है, उन्होने विश्वकप के साल की शुरुआत एक अच्छे नोट के साथ की है। इस अनुभवी बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलफ जनवरी में वनडे सीरीज में तीन लगातार अर्धशतक बनाए थे जिसमें 87 रन की नाबाद पारी भी शामिल थी। और भारत ने वह ऐतिहासिक सीरीज 2-1 से जीती थी।