जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ओमार अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार से साफ़ करने को कहा कि नॉर्वे के पूर्व प्रधानमन्त्री उनके राज्य में क्या कर रहे थे और अलगाववादी नेताओं से उन्होंने मुलाकात क्यों की थी।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, विदेश मंत्री सुषमा स्वर को ट्वीट करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या सुषमा स्वराज और अजित डोभाल को नॉर्वे के पूर्व प्रधानमन्त्री की आवभगत नहीं करनी चाहिए थी या हम अफवाहों और अटकलों पर भरोसा कर लें।
नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री क्जेल्ल मागने बोंदेविक ने शुक्रवार को अलगाववादियों के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी। यह मुलाकात सय्यद अली गिलानी आवास पर हुई थी।
वरिष्ठ अलगावादी नेता मिर्वैज़ उमर फारूक ने ट्वीट कर कहा कि जोनित रेजिस्टेंस लीडरशिप के साथ मुलाकात फलदायी रही थी। उन्होंने कहा कि विश्व में चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए नॉर्वे एक अलहदा किरदार निभा रहा है। उन्होंने बोंदेविक से आग्रह किया है कि कश्मीर में रोजाना हो रही हत्याओं पर रोक लगाये और कश्मीर मसले का जल्द कोई हल निकाले।
अलगाववादी नेता मिर्वैज़ और गिलानी ने पूर्व प्रधानमन्त्री से कहा कि कश्मीर की जनता की सुरक्षा के लिए कश्मी मसले को सुलझाना होगा, जिसके लिए नोवाय की सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे और दक्षिण एशिया में शांति को सुनिश्चित करना होगा। अलगावादी नेताओं ने पूर्व प्रधानमन्त्री को कश्मीर की बिगड़ते हालात के बारे में सूचना दी और कश्मीर को संवेदनशील एवं नाजुक बताया है।
बयान के मुताबिक नॉर्वे के पूर्व प्रधानमन्त्री अल्गावादु नेताओ को यह यकीं दिलाना चाहते हैं कि वह निरंतर शांति का प्रयास कर रहे हैं, ताकि भारत ओ पाकिस्तान के मध्य वार्ता बहाल हो सके और कश्मीर मसले का कोई समाधान मिल सके।