बिहार में इन दिनों राजनीति अपने चरम पर हैl लोक सभा चुनाव सर पर हैं इसी के चलते तमाम राजनैतिक दल तैयारिओं को लेकर उधेड़बुन में लगे हुए हैl
बिहार में तो जैसे महासंग्राम ही आ गया हैl एक तरफ महागबंधन के दल दम भर रहे है की अगले लोक सभा चुनाव में पार्टी लगभग सभी सीटों पर कब्ज़ा करेगी तो एक तरफ भारतीय जनता पार्टी अपने गठबंधन को लेकर एक गहरे चिंतन में फंस गई हैl
भारतीय जनता पार्टी ने बिहार में नितीश कुमार की पार्टी और पासवान एवं कुश्वाहा की पार्टियों से गठबंधन कर रखा हैl 2014 में एनडीए ने अविश्वसनीय प्रदर्शन कर सबको चौंका दिया था परन्तु अब पार्टी के लिए सीटों का मंथन ही सर दर्दी बन गया हैl
एक तरफ जहाँ नितीश कुमार ज़्यादा सीटों की मांग कर रहे है तो एक तरफ कुशवाहा बिहार में मुख्य चेहरा बनने की अपील कर रहे हैl इसी के चलते अमित शाह अभी बिहार दौरे पर थे जहाँ उन्होंने तमाम साथी दलों से मुलाकात करीl
परन्तु उसकी मुश्किलों में इजाफा जब हुआ जब केंद्र की मोदी सरकार में सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम विलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने एससी-एसटी एक्ट को लेकर सरकार को धमकी दीl चिराग ने मोदी सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि,”अगर मोदी सरकार हमारी मांग 9 अगस्त तक नहीं मानती है तो एलजेपी (लोजपा) की दलित सेना दूसरे दलित संगठनों के साथ सरकार के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा ले सकती हैl”
अपने ब्यान में उन्होंने आगे कहा कि, “जस्टिस गोयल को एनजीटी चेयरमैन पोस्ट से तत्काल हटाया जाय और ऑर्डिनेंस लाकर सरकार ऑरिजनल एससी/एसटी एक्ट को रिस्टोर करें. अगर हमारी मांग 9 अगस्त तक नहीं मानी जाती है तो एलजेपी (लोजपा) की दलित सेना दूसरे दलित संगठनों के साथ सरकार के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा ले सकती हैl”
इससे पासवान ने अपने बागी रुख भाजपा को दिखा दिए हैl अब देखना यह दिलचस्प होगा की उनकी रणनीति क्या होती है. बता दे कि उनका महगठबंधन में शामिल होने की अटकलों से राजनैतिक बाजार गर्म हैंl