भारतीय जनता पार्टी की मुसीबते आज कल बढ़ती ही दिख रही है। हर जगह से पार्टी दिक्कते झेल रही है। पार्टी के कई नेता अपने ब्यानों को लेकर चर्चा में है तो कार्यकर्ता मारपीट को लेकर। संसद में अविश्वास प्रस्ताव हो या सहयोगी दलों से अनबन भारतीय जनता पार्टी इन दिनों मुश्किल दौर से निकल रही है। जैसे-जैसे लोक सभा चुनाव पास आ रहा है सीटों के बटवारे को लेकर गठबंधन में दरार आ रही है। हम बात कर रहे है भाजपा के बिहार गठबंधन की जहाँ उसे काफी कठिनाईयो से सामना करना पड़ रहा है।
पहले नितीश और अब उपेंद्र कुशवाहा एक-एक कर भाजपा के साथी बागी रुख इख्तियार कर रहे है। एक और जहाँ नितीश कुमार को ज़्यादा सीटों कि मांग है तो एक तरफ उपेंद्र कुशवाहा कि बिहार में एनडीए का मुख्य नेता बनने की। जितेंद्र नाथ ने कहा, ‘सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी और जदयू में काफी बातचीत हो रही है और बाकी सहयोगियों के साथ भी थोड़ी सी बातचीत हुई है। हम जदयू से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं क्योंकि 4 सालों में हमारा जनाधार बढ़ा है। हमारे नेता उपेंद्र कुशवाहा बिहार का भविष्य हैं। अब समय आ गया है कि उनको बिहार में एनडीए का नेता बनाया जाए।’
पिछले चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने तीन सीट पर चुनाव लड़ा था जहाँ उसे तीनो पर ही जीत मिली थी और नितीश कुमार को केवल 2 सीटों पर। अब की बार उन्होंने कहा कि उन्हें कम से कम भी 5-6 सीट चाहिए। बता दे कि आज कल राजद (RJD) नेता भी उपेंद्र कुशवाहा से संपर्क कर रहे है एवं राजद की तरफ से कई बार गठबंधन का ऑफर आया है। अब देखना यह दिलचस्प होगा की अमित शाह किस तरीके से बिना गठबंधन टूटे सीटों का बंटवारा करते है क्योंकि उनके सहयोगी दल अब आर या पार के मूड में है।