शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने भाजपा के साथ एक ताजा गठबंधन किया हैं क्योकि वह एक ऐसा प्रधानमंत्री चाहते हैं जो पाकिस्तान पर हमला करने की हिम्मत कर सके।
पिछले साढ़े चार सालों में अपने सहयोगी दल भाजपा पर हमला करने का मौका नही छुड़ने वाली शिवसेना ने 2019 आम चुनाव से पहले भगवा पार्टी के साथ गठबंधन का विकल्प चुना।
शिवसेना के उम्मीदवार चंद्रकांत खैरे के लिए यहां एक अभियान रैली को संबोधित करके हुए, ठाकरे ने भाजपा के साथ नही जाने पर यू-टर्न लेते हुए कहा, हम एक ऐसा प्रधानमंत्री चाहते हैं जो पाकिस्तान के घर में घुसकर उस पर हमला करे। इसलिए हमने यह गठबंधन किया हैं।
उन्होंने कहा, मैने मराठवाड़ा और महारष्ट्र के कल्याण के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया हैं।
ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द नही करना चाहती, जो जम्मू कश्मीर को एक विशेष दर्जा देता हैं और उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी चाहती हैं शेष भारत पर लागू होने वाला हर कानून जम्मू कश्मीर पर भी लागू होना चाहिए।
असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम को लताड़ लगते हुए, ठाकरे ने कहा कि उन्होंने मुसलमानों को दुशमन नही माना और उल्लेख किया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल रहमान अंतुले के बेटे नावेद अंतुल ने केवल दो दिन पहले मंच साझा किया था।
उल्लेखनीय रूप से, बीड के एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री जयदत्त क्षीरसागर भी शुक्रवार को मंच पर मौजूद थे। हांलाकि, कोई औपचारिक घोषणा नही हुई, ठाकरे नही संकेत दिया कि क्षीरसागर सेना में शामिल हो गाए हैं।
हर्षवर्धन जाघव का नाम लिए बगैर, कन्नड़ के शिवसेना बागी विधायक , जो औरंगाबाद से निर्दलीय के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, ठाकरे ने कहा वह ऐसे लोगों को निष्कासित कर रहे हैं।