उत्तर प्रदेश होमगार्ड विभाग में करोड़ों रुपये के वेतन घोटाले में यहां पूर्व जिला होमगार्ड कमांडेंट सहित पांच अफसरों को गिरफ्तार किया गया है।
गौतमबुद्ध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने बुधवार को आईएएनएस को बताया, “मंगलवार को गिरफ्तार किए गए लोगों में होमगार्ड का मौजूदा डिविजनल कमांडेंट राम नारायण चौरसिया भी शामिल है। राम नारायण चौरसिया कुछ समय पहले तक गौतमबुद्ध नगर जिले का जिला कमांडेंट था।”
एसएसपी ने बताया, “राम नारायण चौरसिया के साथ गिरफ्तार अन्य लोगों में सहायक कंपनी कमांडर सतीश, प्लाटून कमांडर मोंटू, सतवीर और शैलेंद्र हैं। सभी गिरफ्तार आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा रही है। इन सभी पर होमगार्डस की सैलरी में घोटाला करने का आरोप है।”
उल्लेखनीय है कि सोमवार-मंगलवार की रात संदिग्ध हालात में ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना इलाके में स्थित होमगार्डस कार्यालय में भी आग लग गई थी। आग में होमगार्डस की सैलरी से संबंधित तमाम महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर राख हो गए थे।
इस मामले में एसएसपी गौतमबुद्ध नगर ने मंगलवार को ही आपराधिक मामला दर्ज करवा दिया था। साथ ही जिला स्तरीय जांच के लिए एक एसआईटी भी गठित कर दी थी। माना जा रहा है कि आग लगने की घटना कोई हादसा नहीं, बल्कि सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है।
होमगार्डस कार्यालय में आग कैसे और कब लगी? इसकी भी जांच फिलहाल जारी है। गौरतलब है कि जब से यह मामला उजागर हुआ है तभी से सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होमगार्ड महकमे से बेहद खफा हैं। उन्होंने ही पुलिस को करोड़ों रुपये के इस घोटाले की गहराई से जांच के आदेश दिए हैं।
पुलिस के जांच शुरू करते ही गौतमबुद्ध नगर जिले में सोमवार-मंगलवार की रात होमगार्डस कार्यालय का रिकॉर्ड कथित रूप से आग में स्वाहा हो गया।