सरकारी प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को मिड-डे मील में रोटी और नमक परोसे जाने का वीडियो बनाने के कथित ‘आपराधिक षड्यंत्र’ मामले में गिरफ्तार किए गए पत्रकार को क्लीन चीट मिल गई है। स्थानीय पुलिस द्वारा दायर किए गए चार्जशीट में पत्रकार पवन जायसवाल का नाम दर्ज नहीं किया गया है।
मिर्जापुर पुलिस अधीक्षक धरम वीर सिंह ने कहा, “हमने जायसवाल को क्लीन चीट दे दिया है, जबकि मामले में अन्य आरोपियों के नाम के साथ चार्जशीट दाखिल कर दिया गया है। जांच-पड़ताल के दौरान हमें जायसवाल के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला।”
वहीं सूत्रों का कहना है कि प्रेस कांउसिल ऑफ इंडिया के दखल के बाद चार्जशीट से पत्रकार का नाम हटाया गया।
राज्य सरकार ने आपराधिक साजिश के तहत वीडियो रिकॉर्ड करने के मामले में सितंबर में सेउर गांव के प्रधान के प्रतिनिधि राजकुमार पाल और एक अन्य के साथ पत्रकार जायसवाल पर भी मामला दर्ज कराया था।
सोशल मीडिया पर वीडियो के वायरल होने के 10 दिन बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) प्रेम शंकर राय ने अहरौरा पुलिस थाने में पाल और जायसवाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी का कहना था कि मिर्जापुर प्रधान के प्रतिनिधि ने वीडियो बनाने के लिए पत्रकार जायसवाल को बुलाया था।
जायसवाल स्थानीय हिंदी समाचारपत्र ‘जन संदेश टाइम्स’ के पत्रकार हैं।