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    पुलिस

    बाराबंकी, 28 मई (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में रामनगर थाना क्षेत्र के रानीगंज में जहरीली शराब से छह लोगों की मौत हो गई जबकि 16 लोगों की हालत गंभीर है जिन्हे लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।

    प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व स्वास्थ्य मंत्री सिद्घार्थ नाथ सिंह ने बताया, “अभी तक जो हमारे पास सूचना है, उसके मुताबिक छह लोगों की मौत हो गई है। 16 लोगों को किंग जार्ज मेडिकल कालेज (केजीएमसी) में भर्ती कराया गया है। लापरवाही करने वालों को चिह्नित किया जाएगा और कार्रवाई होगी। इस मामले में राजनीतिक साजिश की जांच होगी।”

    उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की है। वहीं, मामले की जांच के लिए समिति बनाई गई है जिसके सदस्यों में कमिश्नर, अयोध्या के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) और आबकारी विभाग के आयुक्त शामिल हैं। समिति अगले 48 घंटे में जांच रिपोर्ट देगी।

    घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी उदयभानु त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक (एसपी) अजय साहनी ने अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंच कर मामले की जांच शुरू कर दी।

    एसपी ने प्रभारी निरीक्षक रामनगर, क्षेत्र दारोगा और पांच सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। उन्होंने सीओ और आबकारी विभाग के अधिकारियों को निलंबित करते की संस्तुति की है।

    देशी शराब के ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

    हादसे में पिता व उसके तीन पुत्रों समेत एक ही परिवार के चार लोगों की मौत पर पूरे रानीगंज में कोहराम मचा हुआ है।

    देशी शराब रामनगर क्षेत्र के ग्राम रानीगंज बाजार स्थित ठेके से खरीदी गई थी। पीने वाले व मरने वालों के बारे में सही आकलन करना मुश्किल हो रहा है। दुकान के अनुज्ञापी व सेल्समैन की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन ने टीम गठित कर दी है।

    सीएचसी सूरतगंज से 18 लोगों को जिला चिकित्सालय के लिए रेफर किया गया, जिनमें से कुछ लोग सीएचसी फतेहपुर व कुछ सीएचसी रामनगर पहुंच गए। वहीं, कुछ लोगों को उनके परिजन कहां ले गए, इसकी जानकारी करने में प्रशासन जुटा है। जिला अस्पताल से अब तक 26 लोगों को लखनऊ रेफर किया जा चुका है।

    क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि दानवीर सिंह के ठेके से नकली शराब बनाकर बेची जाती थी, उसकी ग्रामीण इलाके में शराब की अवैध फैक्ट्री है। वह यहां पर नकली शराब बनवाकर अपने सरकारी ठेके से बेचता था। कहा जाता है कि सरकार की ओर से आने वाली शराब की बोतलों में उतना फायदा नहीं होता, जितना नकली शराब बनाकर बेचने में होता है, इसलिए वह नकली शराब बनाकर दो से तीन गुना फायदा कमाता था।

    सोमवार रात रामनगर थाना क्षेत्र के रानीगंज स्थित सरकारी देशी शराब की दुकान से करीब तीस लोगों ने शराब खरीद कर पी थी। इसके कुछ ही देर बाद सभी की हालत बिगड़ने लगी। मुकेश नाम के व्यक्ति की घर पर ही मौत हो गई। अन्य की हालत बिगड़ने पर उन्हें सीएचसी सूरतगंज, रामनगर और फतेहपुर में भर्ती कराया गया।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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