उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के बबेरू पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) द्वारा गुरुवार को मीडिया के सामने एक दुष्कर्म पीड़िता की पहचान उजागर करने का मामला सामने आया है। पुलिस अधीक्षक इस मामले में कार्रवाई की बात कही है। दरअसल, मरका थाना के एक गांव की पीड़ित 18 साल की लड़की की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद उसी गांव के निवासी युवक रणजीत के खिलाफ घर में घुसकर दुष्कर्म किए जाने का मामला पुलिस ने गुरुवार को दर्ज किया है।
इस घटना पर जब कुछ मीडियाकर्मी बबेरू के पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) कुलदीप सिंह से पुलिस कार्रवाई की जानकारी लेने गए तो उन्होंने कैमरे के सामने पीड़िता, उसके पिता का नाम और उसका पता सब उजागर करते हुए बाइट दे डाली।
इस घटना के बारे में पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद साहा ने शुक्रवार को कहा कि मामले को “चेक कर लिया गया है। इस बारे में कुछ किया जाएगा।”
सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार, दुष्कर्म पीड़िता या बाल अपराध से जुड़े मामलों में पीड़िता या पीड़ित की पहचान उजागर करने की सख्त मनाही है। गुरुवार को ही उन्नाव में एक दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में आईजी एस. के. भगत द्वारा मीडिया के सामने उसकी पहचान उजागर करने पर पुलिस महानिदेशक ओ. पी. सिंह ने संबंधित आईजी से स्पष्टीकरण मांगा है।