उत्तर प्रदेश में बांदा जिले की नरैनी तहसील के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने वेतन बकाया का भुगतान नहीं होने पर रविवार को तहसील परिसर में अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर खुदकुशी करने की कोशिश की, जिसमें वह बुरी तरह झुलस गया और बाद में इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
नरैनी तहसील के नायब तहसीलदार रामकिशोर शुक्ला ने सोमवार को कहा, “बर्खास्त किया गया संग्रह विभाग में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी चुन्नूलाल कुशवाहा (59) हाईकोर्ट के आदेश पर कुछ माह पूर्व ही बहाल हुआ था।”
उहोंने बताया कि पिछले 13 माह का वेतन भुगतान न होने पर उसने रविवार को तहसील परिसर में संग्रह अमीन कार्यालय के सामने अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली, जिसके बाद मेडिकल कॉलेज बांदा में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।”
मृत कर्मचारी के बेटे सुरेश उर्फ राजू ने आरोप लगाया, “हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी पिछले 13 माह का वेतन भुगतान नहीं किए जाने के कारण पिता जी अवसाद में रहने लगे थे। उप-जिलाधिकारी व नायब तहसीलदार द्वारा परेशान किए जाने से क्षुब्ध होकर उन्होंने यह कदम उठाया है।”
बांदा शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) दिनेश सिंह ने कहा, “शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है। नरैनी पुलिस आगे की जांच करेगी।”