मुख्यमंत्री की समीक्षा खत्म होते ही रविवार रात पुलिस अधीक्षक ने पांच निरीक्षकों और तीन उपनिरीक्षकों को लाइन हाजिर कर दिया है। इसके अलावा पांच थानाध्यक्षों का भी स्थानांतरण किया गया है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से सोमवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, “गिरवां निरीक्षक जितेंद्र कुमार, नरैनी के दीपक पांडेय, मटौंध के पंकज पांडेय, कालिंजर के राम आसरे सरोज और फतेहगंज के निरीक्षक दुर्गविजय सिंह के अलावा पुलिस चौकी करतल, सढा और मटौंध के उपनिरीक्षकों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया।
साथ ही बबेरू के प्रभारी निरीक्षक शशि कुमार पांडेय को गिरवां, अपराध शाखा से रामाश्रय सिंह को कालिंजर, रामेंद्र तिवारी को अतर्रा से मटौंध और गिरेन्द्र सिंह को बदौसा से नरैनी कोतवाली का प्रभारी नियुक्त किया गया है।”
जानकार सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री ने रविवार को समीक्षा बैठक के दौरान बालू के अवैध खनन पर नकेल कसने की हिदायत दी थी और इन लाइन हाजिर निरीक्षकों व उपनिरीक्षकों पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से खनन में संलिप्तता के आरोप लगते रहे हैं।