Tue. Nov 5th, 2024
    उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव

    उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के पहले चरण का चुनाव समाप्त हो चुका है। सभी पार्टियों में आगामी चरण के चुनाव को लेकर काफी हलचल है। सभी पार्टियों ने अपने अपने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को अगले चरण में होने वाले चुनाव के लिए आगाह कर दिया है। मथुरा-वृन्दावन नगर निगम सीट पर भाजपा इस बार इतिहास रचने के फिराक में है। वृन्दावन में पहली बार नगर निगम चुनाव होने जा रहे हैं। मथुरा में भाजपा की पकड़ पहले से ही काफी मजबूत स्थिति में है, जिसको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।

    मथुरा के एक धार्मिक स्थल होने के कारण यहाँ की राजनीति भी धर्म के आधार पर आधारित है। लेकिन इस बार पार्टियों में इस क्षेत्र को लेकर काफी गहमागहमी का माहौल बना हुआ है। सपा ने श्याम मुरारी चौहान को अपना मेयर प्रत्याशी बनाया है वहीं कांग्रेस ने मोहन सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। बसपा ने गोवर्धन सिंह को अपना प्रतयाशी बनाया है वहीं भाजपा ने डॉ. मुकेश आर्य बंधू पर दांव खेला है। मथुरा-वृन्दावन नगर निगम में कुल 70 वार्ड है जिसमें से मथुरा में वार्डों की संख्या 45 और वृन्दावन में वार्डों की संख्या 25 है। दोनों जगहों को मिलाकर नगर निगम की कुल जनसंख्या 6,26,808 है। यहाँ पहली बार निकाय चुनाव हो रहे है और यहाँ की सीट को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है। भाजपा मथुरा-वृन्दावन में हावी होना चाहती है।

    ब्रज क्षेत्र के सह-मीडिया प्रभारी के के भरद्वाज ने बताया कि मथुरा वृन्दावन में भाजपा की जीत पक्की है। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा कि यह शुरू से ही भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रहा है। भरद्वाज ने कहा कि अभी जितने भी आयोजन किये जा रहे है, वह सारे मथुरा को केंद्र में रखते हुए किये जा रहे है। इस क्षेत्र में ऊँची जाति का दबदबा है, लेकिन निकाय चुनाव में सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने की वजह से भाजपा ने दलित को मौका दिया है। यह क्षेत्र में भाजपा का दबदबा कायम करेगा। वहीं जानकारों का मानना है कि यहाँ भाजपा धर्म की राजनीति करती है। उनका कहना है कि यहाँ हिन्दुओं की संख्या ज्यादा होने कारण भाजपा अपने हिंदुत्व के मुद्दे के सहारे चुनाव में बहुमत हासिल करती आई है।

    धर्म के आधार पर जनसंख्या

    हिन्दू – 81.54%
    मुस्लिम – 17.22%
    ईसाई – 0.23%
    सिख – 0.30%

    मथुरा-वृन्दावन में हिन्दू आबादी अधिक होने का भाजपा को सीधा फायदा मिलता है। यहाँ की वर्तमान मेयर श्रीमती मनीषा गुप्ता है। अगर देखा जाए तो भाजपा ने पहले से ही अपना कार्य क्षेत्र मथुरा में फैला दिया है। यहाँ से लोकसभा सांसद भाजपा नेत्री श्रीमती हेमा मालिनी है, जिन्होंने क्षेत्रीय पार्टी के उम्मीदवार को लोकसभा चुनाव में लगभग 3 लाख वोटों से पराजित किया था।

    मथुरा में भाजपा का लोकसभा चुनावी आँकड़ा

    1991 – 1996 : स्वामी साक्षी जी, भाजपा
    1996 – 1998 : चौधरी तेजवीर सिंह, भाजपा
    1998 – 1999 : चौधरी तेजवीर सिंह, भाजपा
    1999 – 2004 : चौधरी तेजवीर सिंह, भाजपा
    2004 – 2009 : मानवेन्द्र सिंह, कांग्रेस
    2009 – 2014 : जयंत चौधरी, राष्ट्रीय लोक दल
    2014 – अब तक : हेमा मालिनी, भाजपा

    2017 में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों से यह साफ हो गया है कि भाजपा इस क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाई हुई है। विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्रीकांत शर्मा ने कांग्रेस नेता प्रदीप माथुर को लगभग 1,00,000 वोटों से पराजित किया था। वृन्दावन की कुल आबादी 63,005 है और यह भारतीय जनता पार्टी का गढ़ है। वहीं मथुरा में अनुसूचित जाति की संख्या मुस्लिम आबादी के बराबर है। चुनाव में बसपा के आ जाने से बीजेपी के जातिगत समीकरण पर असर पड़ सकता है। मथुरा का लिंग अनुपात 881 है और साक्षरता 80.40% है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनावी माहौल को देखते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश दिए है। उन्होंने पार्टी के विकास को लेकर कार्यकर्ताओं को सक्रिय होने का निर्देश दिया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी ने वृन्दावन के संत समाज को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार जल्द ही मथुरा के वृन्दावन, गोवर्धन आदि सात धर्मस्थलों को ‘तीर्थस्थल’ घोषित करेगी तथा एनजीटी के आदेश पर चल रहे ध्वस्तीकरण कार्य से आश्रमों एवं आम जनता को नुकसान से बचाने के लिए कोई ना कोई रास्ता अवश्य निकालेगी।

    उन्होंने वृन्दावन के परिप्रेक्ष्य में कहा, “इस पवित्र तीर्थस्थली के कण-कण में भगवान कृष्ण की लीलाएं समाई हुई हैं जिनसे लगता है कि वे स्वयं यहाँ विराजमान हैं। सरकार वृन्दावन व गोवर्धन को तीर्थस्थल घोषित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार इस क्षेत्र को धार्मिक एव आध्यात्मिक रूप से विकसित करना चाहते है।” मुख्यमंत्री योगी ने लोगों से कहा कि हिन्दू धर्मस्थलों पर अक्सर यह आरोप लगता है कि वह साफ और सुंदर नहीं है। यहाँ गंदगी बहुत रहती है। लोगों ने ऐसी आदत बना ली है कि वे गंदगी फैलाएं तथा सफाई दूसरे करें। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत योजना को बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके जरिये हम उन लोगों की बात को झूठा साबित कर सकते है जो लोग यह आरोप लगाते रहते है।

    मथुरा-वृन्दावन में 26 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान होना है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हिंदुत्व का दांव क्या यहाँ भी अपना असर दिखता है?