झाँसी में होने वाले निकाय चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। 2017 के निकाय चुनाव में सभी पार्टियों ने अपने पुराने शागिर्दों को सियासी मैदान में उतारा हैं। समाजवादी पार्टी ने पार्टी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले राहुल सक्सेना को चुनाव में उतारा है वहीं कांग्रेस ने मनमोहन सरकार में मंत्री रहे प्रदीप जैन को मेयर प्रत्याशी चुना है। बहुजन समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधायक विजेंद्र व्यास को चुनावी मैदान में उतारा है। भारतीय जनता पार्टी ने अपना परंपरागत हिंदुत्व कार्ड चलते हुए संघ सेवक रामतीर्थ सिंघल को चुनावी मैदान में उतारा है।
नगर निगम चुनाव के मद्देनजर किए गए नए परिसीमन में वार्डों की स्थिति में बड़ा बदलाव किया गया है। इसमें साठ में से 48 वार्डों में बदलाव कर दिया गया है। 12 वार्ड ऐसे है जिनमें कोई भौगौलिक बदलाव नहीं किए गए है। इनके केवल नंबर ही बदले गए है। इसके कारण पुराने पार्षदों और नए दावेदारों को परेशानी का सामना करना पड़ा है और नए सिरे से चुनावी रणनीति तैयार करनी पड़ी है। नगर निगम के वार्डों की स्थिति में यह बदलाव आबादी बराबर करने के लिए किया गया है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार नगर निगम क्षेत्र की आबादी 5 लाख से ज्यादा हो गई है और 60 वार्ड है। अभी तक किसी वार्ड में आबादी ज्यादा तो किसी में कम थी। इसको समान्य करने के लिए शासन ने एक फार्मूला बनाया है। इस फार्मूले के अनुसार नगर निगम की 5,05,680 की आबादी को 60 वार्डों में बाँटा गया है। सभी वार्डों को सामान्य स्थिति में लाने के लिए शासन ने यह कदम उठाया है।
झाँसी नगर निगम चुनाव तीसरे चरण में होने है। सभी पार्टियों ने अपने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर उनके समर्थन में प्रचार करने के लिए खूब मशक्कत की है। झाँसी एक हिन्दू बाहुल्य क्षेत्र है। यहाँ कुल 4,60,000 मतदाता हिन्दू है। इसको देखते हुए पार्टियां अपने अपने पक्ष मजबूत करने में लगी है। धार्मिक आधार पर अगर जनसंख्या के आँकड़ें को देखा जाए तो हिन्दू आबादी का दबदबा झाँसी नगर निगम में कायम है। क्षेत्र में अनुसूचित जाति की आबादी 1 लाख से अधिक है।
धार्मिक आधार पर झाँसी की जनसंख्या
हिन्दू – 90.26%
मुस्लिम – 8.40%
ईसाई – 0.35%
सिख – 0.25%
झाँसी नगर निगम क्षेत्र में अनुसूचित जाति की आबादी लगभग 30% है जो किसी पार्टी का तख्तापलट सकती है। बहुजन समाजवादी पार्टी झाँसी में अपना पूरा जोर आजमा रही है। पार्टी ने अपने पुराने नेता व पूर्व विधायक विजेंद्र व्यास को मैदान में उतारा है। बसपा कार्यकर्ता मेयर उम्मीदवार के समर्थन में लोगों के बीच के जाकर उनके पक्ष में वोट देने की अपील कर रहे है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा को गरीबों का दुश्मन बताया है, उन्होंने जीएसटी और नोटबंदी का जिक्र करते हुए जनता को आगाह किया है कि झूठी राजनीति करने वालों पर भरोसा ना करे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व भाजपा के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने झाँसी में सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि झाँसी एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ लक्ष्मीबाई जैसी वीरांगनाएं पैदा हुई है। यह एक सिद्ध जगह है। योगी ने पिछली सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि झाँसी में आजतक कोई विकास का काम नहीं हुआ है। उन्होंने कई परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकार अगर चाहती तो आज झाँसी का दृश्य कुछ और होता लेकिन सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया। योगी ने भजपा के मेयर प्रत्याशी रामतीर्थ सिंघल के समर्थन में लोगों से मतदान करने को कहा। उन्होंने कहा कि आपके बीच जो मेयर प्रत्याशी है वह एक कर्मठ और योग्य व्यक्ति है। अगर झाँसी की जनता ने इन्हें अपना बहुमूल्य वोट देकर प्रतिनिधि चुना तो हम झाँसी की तस्वीर बदल देंगे। उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने इस क्षेत्र पर दस साल तक शासन किया है लेकिन झाँसी की जनता को केवल निराशा हाथ लगी है। योगी ने सूबे की वर्तमान सरकार के कार्यों को गिनाते हुए कहा कि जब से हमारी सरकार आई है तब से कई योजनाएं निर्धारित की गई हैं। पिछली सरकारों ने कितनी ही योजनाएं रोक दी थी। हमारी सरकार उसे भी नए सिरे से शुरू करने की कोशिशों में जुटी है।
वैसे देखा जाए तो झाँसी नगर निगम में भाजपा जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। बहुजन समाजवादी पार्टी के निकाय चुनाव में आ जाने से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गई है। आँकड़ों के अनुसार झाँसी नगर निगम में हिन्दुओं का मत सबसे ज्यादा है और इस वजह से ही भाजपा ने अपना परंपरागत हिंदुत्व कार्ड खेला है। लेकिन बसपा के आ जाने से बीजेपी का यह खेल बिगड़ सकता है क्योंकि इस नगर निकाय क्षेत्र में अनुसूचित जाति का भी बोलबाला है। अनुसूचित जाति की आबादी का पूरा फायदा बहुजन समाजवादी पार्टी को मिलने के आसार है। बीजेपी इस क्षेत्र में पहले से ही अपने पाँव जमाए हुए है। झाँसी की वर्तमान मेयर किरण वर्मा हैं जिन्होंने 2012 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत मेयर की कुर्सी सँभाली थी।
भाजपा यहाँ से हर सीट पर काबिज है। झाँसी से लोकसभा सदस्य उमा भारती है जो बीजेपी की फायरब्रांड नेता है। उमा भारती के झाँसी से लोकसभा सदस्य होने कारण नगर निगम चुनाव उनके भी प्रतिष्ठा से जोड़ कर देखा जा रहा है। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी झाँसी की केवल एक ही सीट पर अपना कब्जा जमा पाई थी। झाँसी शहर से बीजेपी उम्मीदवार रवि शर्मा ने बसपा प्रत्याशी सीताराम कुशवाहा को लगभग 60,000 वोटों से हराया था। इस बार झाँसी निकाय चुनाव में पार्टियों ने किसी नए उम्मीदवार को चयनित नहीं किया है।
झाँसी के मेयर प्रत्यशियों की सूची
भाजपा – रामतीर्थ सिंघल
कांग्रेस – प्रदीप जैन
सपा – राहुल सक्सेना
बसपा – विजेंद्र व्यास
झाँसी का क्षेत्रफल 400 वर्ग किलोमीटर है। यहाँ लिंगानुपात 890 है और यहाँ की साक्षरता दर 83% है। निकाय चुनाव में सभी दल झाँसी में खुद को मजबूत बताने में जुटे हैं पर असली तस्वीर चुनाव परिणाम आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी।