उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए प्रदेश सरकार अब प्रदेश के हर मंडल में क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी तैनात करने की योजना बना रही है। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी वर्तमान में महज आठ ही जिलों में नियुक्त हैं। इस कारण कई शिक्षा अधिकारियों पर अनेक जिलों के अतिरिक्त प्रभार हैं। ऐसे में न तो कॉलेजों का निरीक्षण हो पर रहा है और न ही अवैध कोचिंग संस्थानों पर नकेल कस पा रही है। इसी कारण सरकार एक मंडल पर एक उच्च शिक्षा अधिकारी तैनात करने पर विचार कर रही है।
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “पिछले दिनों उच्च शिक्षा मंत्री नीलिमा कटियार ने अधिकारियों संग एक बैठक की थी, जिसमें यह मुद्दा उठा था। निजी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय तेजी से बढ़ रहे हैं। अधिकारियों की संख्या कम होने के कारण इसकी उचित जांच नहीं हो पा रही है। वहीं निजी विद्यालय और कोचिंग संस्थान भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में हर मंडल में कम से कम एक उच्च शिक्षा अधिकारी नियुक्त किए जाने की आवश्यकता है।”
उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में लखनऊ, आगरा, बरेली, झांसी, गोरखपुर, वाराणसी, मेरठ, कानपुर में ही उच्च शिक्षा अधिकारी तैनात हैं। पहले से भी कई जिलों का प्रभार होने के कारण इनके पास काम का बोझ अधिक है। ऐसे में निष्पक्षता पूर्वक हर कार्य सुनिश्चित करने के लिए विभाग हर मंडल पर उच्च शिक्षा अधिकारी तैनात करने पर विचार कर रहा है।