अमरोहा, (उत्तर प्रदेश), 15 मई (आईएएनएस)| एक दलित दूल्हे और उसके रिश्तेदारों को उच्च जाति के व्यक्ति ने मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया। दूल्हा अपनी शादी से पहले मंदिर में जाकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहता था।
यह घटना उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के माकनपुर सुमोली गांव की है। दूल्हा शोभित जाटव अपनी बारात निकलने से पहले मंदिर में जाना चाहता था, जिसे बीच में ही रोक दिया गया। गांव वालों का कहना है कि उनके क्षेत्र में इस तरह की यह पहली घटना है, जिससे यहां तनाव बना हुआ है।
दूल्हे के पिता ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि उन्हें न केवल मंदिर में जाने से रोका गया बल्कि आरोपी ने उनके बेटे द्वारा पहनी गई नोटों की माला और अंगूठी को भी छीनने का प्रयास किया।
पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिनमें राम अवतार सिंह, रामनिवास, बंटी और अंकित शामिल हैं। सभी आरोपी इसी गांव के हैं जिन्होंने दूल्हे व उनके परिवार को यहीं के एक मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया।
हसनपुर के एसएचओ संजय प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 323 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। उन्होंने बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
हालांकि पुलिस का कहना है कि यह महज दो परिवारों के बीच झगड़े का मामला है। इस झगड़े को जातिगत दृष्टिकोण से नहीं देखा जाना चाहिए।
एसएचओ सिंह ने कहा कि यह जातिगत झगड़ा नहीं है बल्कि दो अलग-अलग जाति से संबंधित जाटव और चौहान परिवार के बीच का मामला है। शादी से दो दिन पहले दोनों परिवार के लोग एक ही संगीत कार्यक्रम में शामिल भी हुए थे। इसके बाद दोनों पक्ष के लोग सोमवार को एक-दूसरे से उलझ गए।
पुलिस का कहना है कि आरोपी का घर मंदिर के पास में ही है। जब बारात में जाने से पहले शोभित व उनका परिवार मंदिर की ओर जा रहा था, तो आरोपी पक्ष के चार लोगों ने उसकी पिटाई करने की कोशिश की और इसी बीच दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई।
इसके बाद मंगलवार को दूल्हा व दुल्हन पुलिस की मौजूदगी में मंदिर पहुंचे। इस मामले में अमरोहा के पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा का कहना है कि उन्होंने पुलिस को पूरी चौकसी बरतने के सख्त निर्देश दे रखे हैं और इस मामले की फिलहाल जांच चल रही है।