उत्तर कोरिया ने बीते हफ्ते रॉकेट और शार्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल को दागा था। पियोंगयांग ने दावा किया कि वह नियमित और रक्षात्मक सैन्य अभ्यास का भाग था। हथियार दागने के बाद दक्षिण कोरिया की आलोचना हास्यास्पद थी। पियोंगयांग की मीडिया ने अज्ञात सैन्य प्रवक्ता के हवाले से बताया कि सीओल द्वारा आलोचना एक “मुर्गे व बैल” की कहानी की तरह है।
सीओल के राष्ट्रपति के आवास ब्ल्यू हाउस और रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को उत्तर कोरिया द्वारा हथियार दागने पर चिंता व्यक्त की थी। उनके मुताबिक यह इंटर कोरियाई सैन्य समझौते की भावना के खिलाफ है जिसके तहत भयावह गतिविधियों को रोकना था।
उत्तर कोरिया के विदेश विभाग द्वारा अलग से जारी बयान के मुताबिक, इन हथियारों को लांच करना नियमित व रक्षात्मक सैन्य ड्रिल के तहत था। अमेरिका के साथ कूटनीतिज्ञ वार्ता के ठप पड़ जाने के प्रतिकार में पियोंगयांग ने झल्लाहट में आकर हथियारों को लांच किया था।
वांशिगटन ने सिर्फ परमाणु हथियारों के नष्ट होने के बाद ही प्रतिबंधों से निजात देने की बात कही है। अमेरिका के अनुसार जब तक उत्तर कोरिया पूर्ण, निरीक्षित परमाणु हथियारों को नष्ट नहीं कर देता, प्रतिबंधों से निजात देना मुमकिन नहीं है। जबकि पियोंगयांग परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए पहले प्रतिबंधों से निजात देने की मांग कर रहा है।
कम्युनिस्ट राष्ट्र के नेता ने पहली अमेरिकी-उत्तर कोरिया की बैठक में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण का संकल्प लिया था। हालाँकि डोनाल्ड ट्रम्प ने किम जोंग उन को दिलासा देते हुए उनका समर्थन करने की बात कही थी।