दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास पर भड़कते हुए उत्तर कोरिया ने भविष्य में सीओल के साथ वार्ता बंद करने की धमकी दी है और सिर्फ वांशिगटन के साथ वार्ता की जाएगी। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के अमेरिकी मामलो के विभाग के डायरेक्टर जनरल ने अधिकारिक न्यूज़ एजेंसी को यह बयान दिया है।
दक्षिण कोरिया ने इस सैन्य ड्रिल के नाम में बदलाव किया था और उत्तर कोरिया के अधिकारी ने कहा कि “यह एक गलत फ़हमी है यदि वह सोचते हैं कि अभ्यास का नाम बदल देने से इसके आक्रमक रवैये में भी तबदीली आ जाएगी। हम भविष्य की वार्ता के एक नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं और उन्हें यह बात दिमाग में रखनी चाहिए कि यह वार्ता सिर्फ अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच होगी, न कि दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच आयोजित की जाएगी।”
हाल ही में उत्तर कोरिया ने पांचवी दफा मिसाइल को दागा था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पियोंग्यंग के मिसाइल परिक्षण को कमतर आँका और कहा कि इससे सिंगापुर समझौते के किसी भी भाग का उल्लंघन नहीं हुआ है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने डोनाल्ड ट्रम्प को तीन पन्नो का पत्र लिखा था और इसमें सैन्य अभ्यास के प्रति नाखुशी जाहिर की थी।
ट्रम्प के मुताबिक, किम ने शोर्ट रेंज मिसाइल को दागने के बाबत माफ़ी भी मांगी थी। किम ने दोहराया कि जिसे ही सैन्य अभ्यास रुक जायेगा तो यह लौंची भी रुक जाएगी।
उत्तर कोरिया के अधिकारी ने कहा कि “हमारे परिक्षण का मकसद हथियारों को विकसित करना है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने इसे संप्रभु देश के आत्मरक्षा का अधिकार करार दिया था और कहा कि यह एक छोटा सा परिक्षण है जो कई देश करते हैं।”