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    उत्तर कोरियाई नेता

    दक्षिण कोरिया की सेना के मुताबिक, उत्तर कोरिया ने गुरूवार को एक अज्ञात प्रक्षेप्य को दागा है। एक सप्ताह पूर्व नेता किम जोंग उन की निगरानी में कई रॉकेट और मिसाइल का परिक्षण किया गया था। इस प्रक्षेप्य को शाम साढ़े चार बजे उत्तर पश्चिम में स्थित सिनो री शहर से पूर्वी दिशा की तरफ दागा गया था। यह जानकारी दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ़ स्टाफ ने दी थी।

    योनहाप समाचार एजेंसी ने ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) के हवाले से कहा कि प्रक्षेपण करीबन अपराह्न 4.30 बजे सिनियो-री क्षेत्र से पूर्वी दिशा में किया गया।

    सिनियो-री में उत्तर कोरिया की मध्यम दूरी के नोडॉन्ग मिसाइलों का अड्डा है, यह राजधानी प्योंगयेंग के उत्तर-पश्चिम से लगभग 77 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

    जेसीएस ने प्रक्षेपण और इसके उतरने संबंधी और कोई भी जानकारी नहीं दी है।

    प्रक्षेपण पूर्वी सागर में गिरने से पहले पूरे उत्तर कोरिया के क्षेत्र से होकर गुजरा था।

    यह घटना ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका और जापान के अधिकारी दक्षिण कोरिया की यात्रा पर हैं।

    इसके अलावा कम्युनिस्ट देश के साथ रुकी हुई परमाणु वार्ता को फिर से शुरू करने के तरीके का पता लगाने के लिए आए उत्तर कोरिया के लिए अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि स्टीफन बेजगन भी इसमें शामिल हैं।

    एक और मिसाइल का परिक्षण

    पहचान न जाहिर करने की शर्त पर दक्षिण कोरियाई अधिकारी ने बताया कि यह प्रक्षेप्य करीब 420 किलोमीटर दूरी तक गया था। कोरिया डिफेंस एंड सिक्योरिटी फोरम के वरिष्ठ रिसर्च फेलो यांग ने कहा कि “आप नहीं जानते यह मिसाइल क्या थी और कितनी दूरी तक मार कर सकती है। लेकिन एक चीज स्पष्ट है और इसमें कोई शंका नहीं है कि यह मिसाइल हैं।”

    इस मिसाइल की मारक क्षमता शनिवार को दागे गए हथियारों से काफी अधिक थी। शनिवार को उत्तर कोरिया ने ईस्ट कोस्ट से समुन्द्र में कई रॉकेट्स दागे थे। कोरियाई पेनिनसुला ऐसे वक्त में तनाव बढ़ गया था जब अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच समझौते के लिए वार्ता जारी है।

    शनिवार को उत्तर कोरिया ने एक काम मारक क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइल को भी लांच किया था और यह 500 किलोमीटर की दूरी तक पंहुच सकती है। बुधवार को उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया पर भड़कते हुए कहा कि “शनिवार का परिक्षण नियमित और आत्मरक्षा में था और उनके भड़काऊ होने के बयान को ख़ारिज किया था।

    जापान और दक्षिण कोरिया को चुनौती

    दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति आवास की प्रवक्ता ने कहा कि “राष्ट्रपति मून के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार चुंग युई योंग सेना के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिये हालतो पर करीबी से निगरानी रख रहे हैं।” जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि “जापानी क्षेत्रीय जल या विशेष आर्थिक क्षेत्र में पर कोई बैलिस्टिक मिसाइल नहीं मिली है और इससे जापानी सुरक्षा पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा।”

    सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक इंटरनेशनल स्टडीज के मुताबिक गुरूवार को लांच की गयी मिसाइल की साइट मध्यम  रेंज रोडोंग मिसाइल बेस है जों उत्तर कोरिया के पश्चिमी तट पर स्थित है। साल 2017 के अंत में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने ऐलान किया कि उनकी परमाणु ताकत पूरी हो चुकी है। इसके बाद उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ दो मुलाकात और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के साथ टीम मुलाकाते की हैं।

    डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के बीच हनोई में आयोजित दूसरा सम्मेलन बगैर किसी समझौते के रद्द हो गया था। इसका मुख्य कारण दोनों में प्रतिबंधों से निजात के मतभेदों पर सहमति न बन पाना था। उत्तर कोरिया में अमेरिका के राजदूत स्टेफेन बिगुन अभी सीओल की यात्रा पर है। वह दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री और परमाणु राजदूत ली दू हून से मुलाकात करेंगे।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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