अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एशियाई देशों के दौरे के दौरान चीन में है। चीन से ट्रम्प ने उत्तर कोरिया को वापिस से चेतावनी दी है। ट्रम्प ने तानाशाह किम जोंग को ललकारते हुए कहा कि उसे तुंरत ही परमाणु व मिसाइल परीक्षण कार्यक्रम को बंद कर देना चाहिए। चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान ट्रम्प ने उत्तर कोरिया विवाद का मुद्दा उठाया।
साथ ही शी जिनपिंग को उत्तर कोरिया मसले पर दबाव बनाने को कहा। शी जिनपिंग के साथ वार्ता में ट्रम्प ने कहा कि चीन उत्तर कोरिया को परमाणु कार्यक्रम को लेकर आसानी से रोक सकता है। इसके लिए चीन को उत्तर कोरिया के साथ व्यापार करने पर रोक लगानी होगी।
उत्तर कोरिया को वस्तुओं की सप्लाई को चीन द्वारा बंद कर देना चाहिए। ट्रंप ने इस कार्य में रूस का सहयोग भी मांगा है। ट्रम्प ने शी जिनपिंग से कहा कि वो उत्तर कोरिया के साथ किसी भी वस्तु का आयात व निर्यात बंद कर दे। इससे पहले ट्रम्प ने दक्षिण कोरिया व जापान से भी उत्तर कोरिया को कड़ी चेतावनी जारी की थी।
ट्रम्प ने की व्यापार असंतुलन कम करने की मांग
ट्रम्प ने उत्तर कोरिया विवाद के अलावा द्विपक्षीय व्यापार में असंतुलन खत्म करने के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से आवश्यक कदम उठाने को कहा। इस समय चीन ने विदेशी देशों के लिए व्यापार की शर्तों को काफी कठिन बना रखा है।
जिसका सबसे ज्यादा नुकसान अमेरिका को उठाना पड़ रहा है। ट्रम्प ने कहा कि दोनों देशों के बीच आयात-निर्यात में भारी अंतर है जिसका अमेरिका को वर्षों से खामियाजा उठाना पड़ रहा है।
शी जिनपिंग ने आश्वासन दिया कि चीन विदेशी कंपनियों के कारोबार करने के लिए नियमों में शिथिलता प्रदान करेगा व शर्तों को आसान बनाएगा। वार्ता के दौरान चीन के साथ अमेरिका ने 250 अरब डॉलर (करीब 16 लाख करोड़ रुपये) का बड़ा व्यापार समझौता किया।
इसके अलावा ट्रम्प ने शी जिनपिंग की तारीफ करते हुए उन्हें बहुत खास इंसान बताया। ट्रम्प ने कहा कि चीन व अमेरिका मिलकर दुनिया की हर समस्या का समाधान कर सकते है।