अमेरिका ने हाल ही में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दूसरी मुलाकात की घोषणा की थी और अमेरिका की थिंक- टैंक की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर कोरिया में एक गुप्त मिसाइल बेस है जो सीओल से 160 मील की दूरी है और इसे देश की रणनीतिक मिसाइल फ़ोर्स का मुख्यालय कहा जाता है।
सोमवार को स्टेटरजिक एंड इंटेरनेशनल स्टडीज की रिपोर्ट के मुताबिक यह बेस उन 20 अघोषित मिसाइल संचालन केंद्रों में से एक था। सूत्रों के मुताबिक हालिया सबूत यह साबित करते हैं कि उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए तैयार नही है।
रिपोर्ट के अनुसार कूटनीति संकट ग्रस्त है और उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम का समाधान प्राथमिक होना चाहिए। आगामी समझौते में सभी मिसाइल बेस की सुविधाओं पर निगरानी रखनी होगी, जी दक्षिण कोरिया और अमेरिका की सुरक्षा में खतरा बन सकते हैं।
इस रिपोर्ट को तैयार करने वालो में से एक विक्टर चा ने कहा कि हम सोचते हैं कि उत्तर कोरिया के पास बैलिस्टिक मिसाइल के लिए बेस नही है लेकिन बेशक उनके पास मिसाइल साइट है और उन्होंने इसका खुलासा नही किया है।
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोह उन के मध्य बीते वर्ष जून में सिंगापुर में एतिहासिक बैठक हुई थी और डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा था कि अब उत्तर कोरिया से कोई परमाणु खतरा नही है। व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि फरवरी के अंत मे डोनाल्ड ट्रम्प उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात में दोनो राष्ट्रों के प्रमुख परमाणु निरस्त्रीकरण से संबंधित बातचीत करेंगे।
जानकारों के मुताबिक दोनो नेताओं के पहली मुलाकात के मुताबिक बातचीत ठप पड़ी हुई है। नवंबर में जांचकर्ताओं ने 13 मिसाइल बेस का खुलासा किया था। बीते वर्ष जून में डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के मध्य ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन का आयोजन हुआ था। इसके बाद दोनों देश एक-दूसरे को कोसते दिखाई दे रहे हैं, दोनों तरफ से परमाणु निरस्त्रीकरण की बातचीत ठप पड़ी है। आलोचकों के मुताबिक किम जोंग उन ने कोई ठोस प्रतिबद्धता नहीं दिखाई थी आर वह परमाणु आर्सेनल का समर्पण करने के भी इच्छुक नहीं है।