उत्तर कोरिया की चुनौतियों व धमकियों से निपटने के लिए अमेरिका लगातार अपनी शक्तियों में इजाफा कर रहा है। लेकिन उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिका को बड़ा झटका लगा है। दरअसल अमेरिका की इंटरसेप्टर मिसाइल का हवाई में परीक्षण विफल हो गया है। उत्तर कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइल का सामना करने के लिए अमेरिका व जापान ने संयुक्त रूप से मिलकर इंटरसेप्टर मिसाइल का निर्माण किया था।
दो प्रमुख देशों की सहायता से बनी मिसाइल का जब परीक्षण किया गया तो हवाई में यह असफल हो गया। इसे अमेरिका के लिए बड़ी विफलता माना जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक दिन पहले ही अमेरिकी संसद में अपना आधिकारिक संबोधन दिया था। जिसमें अमेरिकी शक्तियों की तारीफ करते हुए ताकतवर बताया था।
इसके तुरंत बाद ही अमेरिका मिसाइल परीक्षण करने में विफल हो चुका है। एक साल से भी कम अवधि में अमेरिका का दूसरा असफल प्रयास है। मिसाइल रक्षा एजेंसी के प्रवक्ता मार्क राइट ने एक बयान में कहा कि एजिस अशोर सिस्टम का इस्तेमाल कर यह परीक्षण हवाई द्वीप पर पैसिफिक मिसाइल रेंज फेसिलिटी में किया गया।
अरबों डॉलर खर्च कर चुके है अमेरिका व जापान
रक्षा अधिकारी ने बताया ये परीक्षण असफल रहा है। इस मिसाइल के निर्माण पर अमेरिका ने अभी तक 2.2 अरब डॉलर खर्च कर दिए है और जापान ने करीब एक अरब डॉलर खर्च किए है। अमेरिका की मिसाइल का परीक्षण विफल होने से उत्तर कोरिया को फायदा मिला है।
किम जोंग कई बार अमेरिका को धमकी दे चुका है कि उत्तर कोरिया के पास मिसाइल की क्षमता इतनी अधिक है कि वह अमेरिका तक पहुंचने में पूरी तरह से सक्षम है। उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल परीक्षण कर रहा है। लेकिन अमेरिका का मिसाइल परीक्षण विफल होना उत्तर कोरिया के लिए बड़ी राहत की बात मानी जा रही है।