डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन

अमेरिका उत्तर कोरिया में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण चाहता है। अमेरिकी राजदूत को यकीन है उत्तर कोरिया में पूर्व परमाणु निरस्त्रीकरण होगा। हालांकि उन्होंने परमाणु कूटनीति की सुस्त प्रक्रिया पर चिंता व्यक्त की है। अमेरिका के राजदूत ने दक्षिण कोरिया के समकक्षी से सीओल में मुलाकात की थी।

अमेरिकी राजदूत स्टेफेन बिगुन ने कहा कि कोरियाई पेनिनसुला से सीओल और वांशिगटन ने साथ दशकों की दुश्मनी को खत्म करने के लिए राज़ी हुए है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिक जरुरत उत्तर में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण है, मुझे यकीन है कि जल्द ही हम इसमें सफल हो जायेंगे।

उत्तर कोरिया ने इस वर्ष के शुरुआत में परमाणु निरस्त्रीकरण के मुद्दे पर बातचीत शुरू की थी। उत्तर कोरिया ने परमाणु और मिसाइल परिक्षण को रोक दिया था और परिक्षण साईट को ध्वस्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों को बुलाया था।

इस माह के शुरुआत में अमेरिका के राज्यसचिव माइक पोम्पेओ ने उत्तर कोरिया का चौथी दफा दौरा किया था। साथ ही वह डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोग उन की दूसरी मुलाकात के लिए दक्षिण कोरिया और जापान से बातचीत कर रहे हैं।

अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक दोनों राष्ट्रों के नेताओं के मध्य मुलाकात आगामी वर्ष की शुरुआत में ही हो जाएगी। इससे पूर्व अमेरिकी रष्ट्रपति और किम जोन की मुलाकात सिंगापुर में जून मे हुई थी। परमाणु कूटनीति से अलग कोरियाई बंधुओं के देशों में से यूएन की सेना दक्षिण कोरिया में तैनात है। विरोधियों में तल्खी बढ़ने के वक़्त यह सेना दोनों राष्ट्रों के मध्य तनाव को कम करने में मदद करती है।

पिछले माह हुई इंटर कोरियाई सम्मलेन में दोनों राष्ट्रों ने बॉर्डर पर सैनिकों की तैनाती कोंकम करने का फैसला किया था। पिछले सप्ताह कोरियाई बंधू को यूएन ने आदेश दिया था कि बॉर्डर पर नियुक्त जवानों से हथियार छीन लाये जाए।मंगलवार  को त्रिस्तरीय बैठक में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत करेंगे।

By कविता

कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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