अमेरिका के नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक डान कोअट्स ने कहा कि उत्तर कोरिया अपने पूर्ण परमाणु हथियारों को त्यागने की मंशा नन्हीं रखता है,जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बातचीत के बाद इस समझौते पर पंहुचे थे। कांग्रेस में रिपोर्ट पेश करते हुए निदेशक ने कहा कि “उत्तर कोरिया अपने सभी परमाणु हथियार और उत्पादन क्षमताओं का त्याग करने के लिए सहज नहीं है, जबकि वह आंशिक परमाणु निरस्त्रीकरण के कदम उठाकर अमेरिका और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से रियायत चाहता है।
रिपोर्ट ने कोअट्स ने कहा कि “उत्तर कोरिया के अमेरिकी नेतृत्व दबाव अभियान को शांत करने के प्रयास जारी है, कूटनीतिक जुड़ाव के जरिये, प्रतिबन्ध व्यवस्था के खिलाफ दबाव बनाकर और सीधे प्रतिबंधों को टालकर इन सबसे बचना चाहता है।
अमरीका के सभी ख़ुफ़िया विभागों की देश के खतरों के खिलाफ यह सालाना रिपोर्ट जारी होती है, इसके मुताबिक “उत्तर कोरिया के नेता को परमाणु हथियार क्षमता “शासन चलाने के लिए मुश्किल” दिखाई देती है। किम जोंग उन अमेरिकी दबाव अभियान को शांत करने के लिए विपक्षी देशों से सम्पर्क साध सकत है ताकि प्रतिबंधों से थोडा राहत मिल सके।”
उत्तर कोरिया ने अपने बयानों में सी बात को इंगित किया है कि कूटनीति को आगे बढाने के लिए प्रतिबंधो से रियायत मिलना जरुरी है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और अमेरिकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के मध्य दूसरा शिखर सम्मेलन फ़रवरी के अंत में आयोजित होने की योजना है। इस दौरान चीन और दक्षिण कोरिया को किम जोंग उन अमेरिकी राष्ट्रपति को प्रतिबंधों से रियायत देने के लिए रजामंद कर सकते है।
जून में हुई डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के मध्य ऐतिहासिक मुलाकात में उत्तर कोरिया के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई थी।