अमेरिका और उत्तर कोरिया के नेताओं की मुलाकात के लिए चंद दिन ही शेष है और ऐसे में अमेरिकी अधिकारीयों को किम जोंग उन के इरादों का अंदाजा तक नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी अधिकारी उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु निरस्त्रीकरण करने के इरादे के बाबत अनिश्चित है।
उत्तर कोरिया का मूड नहीं मालूम
अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि “हम उत्तर कोरिया के इरादे से वाकिफ नहीं है। लेकिन हम उनके साथ संपर्क में हैं और बातचीत कर रहे हैं क्योंकि हमें लगता है कि मुमकिन है उत्तर कोरिया पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए राजी हो जाए, इसलिए राष्ट्रप्तो उनसे बातचीत को अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं।”
सीआईए के पूर्व अधिकारी ब्रूस क्लींजर ने कहा कि “उत्तर कोरिया अपने वादों को निभाने की बजाये हथियारों की संख्या में वृद्धि कर रहा है।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को दोहराया कि “वह चाहते हैं उत्तर कोरिया परमाणु कार्यक्रम को खत्म कर दे। लेकिन वह हड़बड़ी में नहीं है और न ही पियोंगयांग पर निरस्त्रीकरण के लिए दबाव बना रहे हैं।”
प्रतिबन्ध नहीं हटेंगे
गार्डियन के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “उत्तर कोरिया को खुद से प्रतिबन्धों को हटाने के लिए सार्थक रवैया अपनाना होगा। डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि “उन पर पूर्ण प्रतिबन्ध है और मैं प्रतिबंधों को नहीं हटाने वाला हूँ।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “मैं ऐसा नहीं करना चाहूंगा, लेकिन हमें ऐसा कुछ करने की जरुरत है जो दूसरी तरफ के लिए फादेमंद हो। उत्तर कोरिया के शासक और मेरे बीच बहुत अच्छा रिश्ता है और ऐसे कार्य से मैं हैरतअंगेज़ नहीं होऊंगा।” इसके आलावा उन्होंने इससे सम्बंधित जानकारी नहीं दी है।
उत्तर कोरिया की मांग है कि अमेरिका सभी प्रतिबंधों को हटा दे, 1950-53 की कोरियाई युद्ध की आधिकारिक घोषणा करें और सुरक्षा की गारंटी प्रदान करें। डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन के बीच 27-28 फरवरी को वियतनाम में मुलाकात होगी। अमेरिका के राष्ट्रपति ने दूसरे शिखर सम्मेलन के बाद भी उत्तर कोरिया के नेता के साथ मुलाकात की संभावना व्यक्त की है।