उत्तर कोरिया ने अपनी राजधानी प्योंगयांग से पूरब की और आज एक मिसाइल लांच की। यह मिसाइल जापान के बिलकुल पास से गुजरकर प्रशांत महासागर में जा गिरी।
इस लांच के तुरंत बाद अमेरिकी और दक्षिण कोरिया की सेना ने इस मिसाइल लॉन्च की जांच की।
इससे पहले अमेरिका और जापान को उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपने ऊपर लगाए गए प्रतिबंधों के लिए धमकी दी है कि वह जापान को डूबा देगा और अमेरिका को राख बना देगा।
उत्तर कोरिया के मिसाइल लांच के बाद जापान की मीडिया ने खबर दी कि यह मिसाइल जापान के 2000 किमी दूर से गुजरकर पानी में जा गिरी। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इससे किसी तरह के जन-माल को हानि नहीं हुई है।
इससे पहले भी जापान ने पिछले महीने जापान के ऊपर से से एक मिसाइल लांच की थी। हांलांकि इसपर अभी तक जापानी प्रधानमंत्री जो कि अभी भारत में हैं, उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
इस हमले के तुरंत बाद दक्षिण कोरिया की सुरक्षा टीम ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई और इसपर चर्चा की।
इससे पहले 3 सितम्बर को उतर कोरिया ने हाइड्रोजन बम का परिक्षण किया था, जिससे सभी देशों में चिंता का विषय बन गया था।
इसके बाद संयुक्त राष्ट्र द्वारा उतर कोरिया पर कई प्रतिबन्ध लगाए गए जिनमे कोयले और कच्चे तेल पर प्रतिबन्ध मुख्य हैं।
जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने इस पर कहा है कि उत्तर कोरिया का यह कदम स्वीकार नहीं किया जा सकता है। जापान के अधिकारीयों ने देश की जनता को सुरक्षित रहने के आदेश दिए हैं।
इसके अलावा अमेरिका में भी इसकी कड़ी आलोचना की गयी है। अमेरिकी सेक्रेटरी रेक्स टिलर्सन ने कहा, ‘चीन और रूस को उत्तर कोरिया के इस कदम पर सख्त कार्यवाई करनी चाहिए।’ अमेरिका ने कहा है कि उत्तर कोरिया पर संयक्त राष्ट्र को पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगाना होगा। इसके रूस और चीन को खुली में आकर उत्तर कोरिया को धमकाना चाहिए।