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    डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन उत्तर कोरिया

    उत्तर कोरिया ने आज अमेरिका को साफ़ शब्दों में चेतावनी दी है, कि यदि अमेरिका ने उत्तर कोरिया में जाने वाले कच्चे तेल पर किसी भी तरह का प्रतिबन्ध लगाया, तो अमेरिका के लिए बहुत बुरा होगा।

    उत्तर कोरिया द्वारा तीन सितम्बर को हाइड्रोजन बम टेस्ट करने के बाद से ही ट्रम्प ने उत्तर कोरिया पर सख्त कार्यवाई करने के आदेश दिए हैं। ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिका ऐसे सभी देशों से सम्बन्ध ख़त्म कर देगा, जो उत्तर कोरिया से व्यापार करते हैं।

    इसके बाद आज संयुक्त राष्ट्र संघ में अमेरिका उत्तर कोरिया पर तेल का प्रतिबद्ध लगाने का प्रस्ताव रख सकता है। अगर यह प्रस्ताव पारित होता है, तो उत्तर कोरिया में किसी भी तरह का तेल नहीं पहुँच सकता। इससे पुरे देश में सभी कारखाने रुक जाएंगे। देश की आर्थिक हालत बिगड़ जायेगी।

    ट्रम्प चाहते हैं कि उत्तर कोरिया को विश्व से अलग-थलग किया जाए जिससे उसपर आर्थिक दबाव बनाया जा सके। जाहिर है उत्तर कोरिया के परमाणु परिक्षण से ना सिर्फ अमेरिका बल्कि जापान, दक्षिण कोरिया समेत कई देश चिंतित हैं।

    चीनी राष्ट्रपति ने पिछले सप्ताह अमेरिका को उत्तर कोरिया से निपटणे के लिए एक योजना बताई थी। शी जिनपिंग के मुताबिक अमेरिका को किम जोंग उन को उसकी सुरक्षा का भरोसा दिलाना होगा। जिनपिंग के मुताबिक किम जोंग उन को अमेरिका और जापान से खतरा है। ऐसे में यदि अमेरिका शांति से किम जोंग से बात करे और उसे उसकी सुरक्षा का भरोसा दे, तो इस मसले को सुलझाया जा सकता है।

    दूसरी और ट्रम्प सरकार ने लगातार इस मामले में सख्त रुख अपना रखा है। ट्रम्प सरकार ने उत्तर कोरिया पर हर तरह का प्रतिबन्ध लगाने का मन बना लिया है।

    अमेरिका के एक अधिकारी ने कहा है कि यदि संयुक्त राष्ट्र उत्तर कोरिया पर कच्चे तेल का प्रतिबन्ध नहीं लगाता है, तो वे उन देशों पर दबाव बनाएंगे जो उत्तर कोरिया से व्यापार कर रहे हैं।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।