विश्व खाद्य कार्यक्रम के खाद्य सहायता परियोजना में दक्षिण कोरिया अपने योगदान की समीक्षा करेगा। इसमें उत्तर कोरिया की गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए खाद्य समाग्री की आपूर्ति की जाती थी। सोमवार को दक्षिण कोरिया के अधिकारी किम येओन चूल ने यह बयान विश्व खाद्य कार्यक्रम के निदेशक डेविड बेअस्ली के साथ मुलाकात के दौरान दिया था।
अमेरिका-उत्तर कोरिया मुलाकात
हाल ही में उत्तर कोरिया ने एक हफ्ते में दो बार प्रक्षेप्य को लांच किया था। अमेरिका और उत्तर कोरिया की वार्ता के असफल होने के बाद यह खींझ के तौर पर देखा जा रहा है या पियोंगयांग अमेरिका पर प्रतिबंधों से रिआयत देने के लिए दबाव बना रहा है।
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के बीच दूसरा शिखर सम्मेलन वियतनाम की राजधानी हनोई में हुई थी हालाँकि यह आयोजन बगैर किसी समझौते और संयुक्त बयान के समाप्त हो गया था। दोनों पक्ष प्रतिबंधों से निजात पर मतभेदों को सुलझाने में कामयाब नहीं हुआ थे।
तत्काल मानवीय सहायता की जरुरत
सोमवार की मुलाकात के दौरान बेअसले ने कहा कि “उत्तर कोरिया की मानवीय मदद उसकी मौजूदा राजनीतिक हालात से अलहदा होनी चाहिए। उनके विचारो का दक्षिण कोरिया के अधिकारीयों ने समर्थन किया है। सीओल के अधिकारीयों ने संकल्प लिया कि वह उत्तर कोरिया दी जा रही मानवीय सहायता में अपने योगदान की समीक्षा करते रहेंगे।
मिसाइल के लांच से पूर्व अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी दक्षिण कोरिया द्वारा पियोंगयांग को खाद्य समाग्री मुहैया करने की सराहना की थी।
संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को कहा है कि उत्तर कोरिया में खाद्य सामग्री की भारी कमी है और देश को तत्काल मानवीय सहायता की आवश्यकता है। उत्तर कोरिया में 1 करोड़ लोग जो कि पूरी जनसंख्या का 40 प्रतिशत हैं, खाने के सामान की कमी के चलते प्रभावित हुए हैं।