अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि “उत्तर कोरिया द्वारा हालिया शार्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल का परिक्षण विश्वास को तोड़ना नहीं था।” पॉलिटीको वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि “वह कम मारक क्षमता वाली मिसाइल थी और मैं नहीं समझता कि यह विश्वास का उल्लंघन है।”
भरोसा कायम है
उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल परिक्षण पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने उदासीनता जाहिर करते हुए कहा कि “यह शॉर्ट रेंज मिसाइल थी और एक मानक सामग्री थी।” पियोंगयांग ने गुरूवार को दो कम मारक क्षमता की मिसाइल को दागा था और पांच दिनों में यह देश का दूसरा परिक्षण था।
जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सैन्य ड्रिल ने अमेरिकी राष्ट्रपति पर काफी दबाव डाला है और दोनों देशों के बीच परमाणु वार्ता भी ठप पड़ी हुई है। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “वह किम जोंग उन के साथ दोस्ती के सम्बन्धो पर विश्वास खोते जा रहे हैं।”
उत्तर कोरिया ने गुरूवार को शाम 4:30 बजे अज्ञात मिसाइल को सिनो री क्षेत्र से पूर्वी दिशा की तरफ लॉच किया था, इन दोनों ने करीब 420 किलोमीटर और 270 किलोमीटर उड़ान भरी थी। इन परीक्षणों ने संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है जिसके तहत उत्तर कोरिया के लिए बैलिस्टिक मिसाइल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल प्रतिबंधित है।
पियोंगयांग का परिक्षण
उत्तर कोरिया ने 4 मई को ऐसी ही ड्रिल की थी जिसमे कई अज्ञात शार्ट रेंज प्रक्षेप्य को जापानी सागर की तरफ लॉच किया था। अमेरिका ने इसे मिसाइल और रॉकेट्स से सम्बंधित बताया था। साल 2017 के बाद उत्तर कोरिया का यह पहला परिक्षण था।
हनोई में आयोजित डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के बीच दूसरी मुलाकात के बाद बातचीत ठप पड़ी हुई है। यह वार्ता बगैर किसी समझौते के रद्द हो गयी थी। दोनों पक्षों के बीच प्रतिबंधों से रिआयत को लेकर मतभेद बरक़रार थे। मिसाइल के परिक्षण के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने वार्ता के द्वार को दोबारा खोला है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “सम्बन्ध जारी रहेंगे….मैं जानता हूँ वह बातचीत करना चाहते हैं, वे वार्ता करना चाहते हैं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि बातचीत के लिए तैयार है।”