अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ दूसरे शिखर सम्मलेन में वह किसी समझौते पर नहीं पंहुच गए हैं। इस कारण यह है कि मैं `उत्तर कोरिया पर लगे सभी प्रतिबंधों को हटाने के पक्ष में नहीं था।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने बिना किसी संयुक्त बयान के शिखर सम्मलेन के बाद कहा कि “यह प्रतिबंधों के लिए हुआ, वो चाहते थे सभी प्रतिबंधों को पूर्ण रूप से हटाया जाए लेकिन हम ऐसा नहीं कर सकते थे।” तीसरे शिखर सम्मलेन के आयोजन पर सहमति के बाबत अमेरिकी राष्ट्रपति से पूछने पर उन्होंने बताया कि “नहीं, अभी कोई बातचीत नहीं हुई है। लेकिन हम इस पर विचार करेंगे।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि नतीजे कुछ देर में मिलेंगे। होटल में बातचीत से पूर्व ट्रंप ने कहा कि हम देंखेगे कि क्या होगा। कोई जल्दबाजी नहीं है। हम सही समझौता करनी चाहते हैं। दोनो नेता स्थानिय समय के मुताबिक दो बजे एक घोषणा पत्र पर दस्तखत करेंगे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्ववीट कर कहा कि “परमाणु निरस्त्रीकरण का जो अवसर उत्तर कोरिया को मिल रहा है, वो इतिहास में किसी को नहीं मिला होगा।” डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “मुझे उत्तर कोरिया के साथ क्या करना चाहिए इस बाबत डेमोक्रेट्स को इसके बारे में बात करना बंद करना चाहिए। उन्हें खुद से पूछना चाहिए कि उन्होंने आठ सालों के ओबामा के कार्यकाल में ऐसा क्यों किया था।”
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के मध्य ऐतिहासिक मुलाकात बीते वर्ष जून में सिंगापुर में हुई थी, जहां उत्तर ककोरा के शासक ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्धता दिखाई थी। हाल ही में आलोचकों ने कहा कि किम जोंग उन परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं। कारणवश, डोनाल्ड ट्रम्प को दबाव में आकर दूसरे शिखर सम्मेलन के लिए राज़ी होना पड़ा था।